नई दिल्ली 14 जनवरी (वीएनआई) भारत-पाकिस्तान के बीच विदेश सचिव स्तर की बातचीत पर भारत आज कोई फ़ैसला कर सकता है, पठानकोट हमले के बाद पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ से कहा था कि वह पठानकोट मामले में दिए गए सबूतों के आधार पर निर्णायक और त्वरित कार्रवाई करें। शरीफ ने इस मामले में शीर्ष खुफिया, सैन्य और सरकारी अफसरों की एक टीम बनाई है। गौरतलब है की इसी के चलते कल जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अज़हर के साथ उसके १२ सहयोगोयों की कथित गिरफ़्तारी की ख़बर आई. हाला,मकई भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा है कि जैश चीफ मसूद अजहर को हिरासत में लिए जाने की भारत सरकार को आधिकारिक सूचना नहीं है। उनका यह भी कहना है कि यह खबर पाकिस्तानी मीडिया में प्लांट भी कराई गई हो सकती है। स्वरुप के अनुसार भारत अभी जो भी फैसला लेगा उसे मसूद की कथित हिरासत के मामले से जोड़ कर देखा जाएगा। यह भी कहा जा सकता है कि भारत ने मसूद की गिरफ्तारी की कोई शर्त रखी हो सकती है। जबकि इस मामले में भारत सरकार का रुख पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के बयान के आधार पर तय होगा।
पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तर की वार्ता पर निर्णय लेने के लिए ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बीच कल बैठक हुई थी । विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पेरिस से लौटने के बाद भारत-पाक वार्ता पर फ़ैसला हो सकता है.
उल्लेखनीय है की विदेश सचिव स्तर की बातचीत 15 जनवरी को प्रस्तावित है.विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, विदेश सचिव एस जयशंकर ने बुधवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश सचिव एस जयशंकर से मिलकर इस विषय पर चर्चा की.
उल्लेखनीय है कीmअगस्त 2015 में भारत-पाकिस्तान के सुरक्षा सलाहकारों की बातचीत प्रस्तावित थी लेकिन पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर के अलगावादी संगठन हुर्रियत कांफ्रेंस के नेताओं से मिलने की बात कही. फिर सुरक्षा सलाहकारों की बातचीत रद्द कर दी गई थी.