कुआलालंपुर 21 नवंबर(शोभनाजैन/वीएनआई) यहां चल रहे आसियान सम्मेलन के दौरान आज प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी व जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे के बीच अलग से हुई मुलाकात के दौरान भारतीय तिरंगा उल्टा फहरा रहा था यानि उपर केसरिया रंग की बजाय हरा रंग उपर हो गया था. इस मुलाक़ात स्थल के बाहर जापान और भारत का राष्ट्रीय झंडा लगाया गया था.लेकिन वहां भारत का तिरंगा उल्टा लगा हुआ था.जापान के प्रधानमंत्री इस स्थान पर पहले से खड़े थे. उन्होंने उलटे झंडे को देखा और काफी देर तक उसे देखते रहे. शायद वह यह समझने का प्रयास कर रहे थे कि यहां कुछ गड़बड़ तो नहीं.प्रधानमंत्री मोदी जब वहा वाहन से उतरे तो श्री मोदी का भी ध्यान झंडे की ओर नहीं गया. उसके बाद दोनों नेताओं ने वहा खड़े हो कर एक दूसरे से हाथ मिलाया और ध्वजो के सामने फोटो खिंचवाई और सम्मेलन कक्ष की ओर चले गये. इन तस्वीरो के सोशल मीडिया पर आते ही मजाक और गुस्से के ट्वीट आने लगे. सूत्रो ने बाद मे कहा कि अनजाने मे दूसरे पक्ष से यह गलती हो गई , जिसे बाद मे सुधार लिया गया.
दोनों नेताओं ने आज मलेशिया की राजधानी में 13वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन से इतर मुलाकात की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने ट्विट किया, ‘दोपहर के भोजन पर पुराने मित्र से मिल रहे हैं. इससे पहले श्री मोदी ने अपने चीनी समकक्ष ली क्विंग से मुलाकात की. 'मुलाकात के दौरान अबे ने कहा कि दुनिया में किसी द्विपक्षीय संबंधों की तुलना में भारत-जापान संबंधों में सबसे अधिक संभावनाएं है.
दोनों नेताओं के बीच यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब जापानी प्रधानमंत्री अबे 11 दिसंबर को द्विपक्षीय वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए भारत आने वाले हैं. इस दौरान एशिया की इन दो बडी आर्थिक शक्तियों के संबंधों के और प्रगाढ बनने की उम्मीद है. 9वीं भारत-जापान शिखर वार्ता में मोदी और अबे पिछले एक वर्षो में संबंधों, विशेष तौर पर कारोबार और निवेश के क्षेत्र में किये गये फैसलों के लागू होने की समीक्षा कर सकते हैं. मोदी ने पिछले वर्ष 30 अगस्त से 2 सितंबर तक जापान की यात्रा की थी और उस दौरान जापान ने पांच वर्षो में भारत में निजी और सार्वजनिक निवेश दोगुणा करने और इसे 34 अरब डालर तक पहुंचाने की घोषणा की थी.वी एन आई