फ्रांसीसी राष्‍ट्रपति फ्रांसवा ओलांद पहुंचे, मोदी ओलांद के बीच पहली मुलाकात रॉक गार्डन में हुई

By Shobhna Jain | Posted on 24th Jan 2016 | VNI स्पेशल
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चंडीगढ/नयी दिल्ली,24 जनवरी (शोभना जैन/ वी एन आई ) भारत की तीन दिन की यात्रा पर आज यहाँ पहुंचे राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच पहली मुलाकात रॉक गार्डन में हुइ.फ्रांस के राष्ट्रपति 26 जनवरी को भारत के गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजधानी में होने वाले मुख्य समारोह के मुख्य अतिथि हैं। अपनी यात्रा के पहले चरण में वे आज दोपहर चंडीगढ़ पहुंचे जहा हरियाणा के राजयपाल कप्तान सिह सोलंकी , मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल,ने उनका स्वागत किया उस के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चंडीगढ़ पहुंचे और राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद की पहली मुलाकात रॉक गार्डन में हुई। बाद में दोनों ने भारत-फ्रांस की कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) के एक व्यावसायिक सम्मेलन को संबोधित किया फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसुआ ओलांद इस वर्ष देश के 67 वें गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि है । चंडीगढ़ के रॉक गार्डन में श्री मोदी ने श्री ओल्लांद को खुद रॉक गार्डन घुमाया और उसकी विशेषताए बताई.उनके भारत पहुंचने के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके उनका स्वागत किया. उन्होंने ट्वीट करके कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलांद का भारत की धरती पर स्वागत है. उनके गणतंत्र दिवस पर भारत पधारने से भारतवासी काफी खुश हैं. मेरी उनसे मुलाकात चंडीगढ़ और दिल्ली में होगी और हमारे बीच गई अहम मुद्दों पर बातचीत होगी.. बाद में दोनों कैपिटल कॉम्‍प्‍लेक्‍स पहुंचे और म्‍यूजियम और आर्ट गैलरी का लुत्‍फ उठाया. ऑर्ट गैलरी देखने पहुंचे मोदी और ओलांद का सांस्‍कृति नृत्‍य भांगड़ा से स्‍वागत किया गया. iससे पहले फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलांद ने कहा कि भारत फ्रांस के बीच अरबों डॉलर के राफेल जेट सौदा ‘‘सही दिशा' में चल रहा है लेकिन कुछ तकनीकी पहलुओं पर सहमति बनाने में वक्त लगता है. पाकिस्तान से पठानकोट आतंकवादी हमले पर कार्रवाई करने की भारत की मांग पर ओलांद ने कहा कि भारत ने इस हमले के लिए जिम्मेदार लोगों के साथ न्याय करने की मांग कर बिलकुल सही किया है. भारत और फ्रांस आतंकवाद के खिलाफ मिलकर कार्रवाई करने के अपने संकल्प में एकजुट हैं. उन्होंने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तार्किकता और दृढ संकल्प वाली उनकी कूटनीति के लिए बधाई दी है. फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलोंद ने संकेत दिया कि करीब 60 हजार करोड रुपये के राफेल लडाकू विमान सौदे पर उनकी इस यात्रा के दौरान हस्ताक्षर किये जाने की संभावना हालांकि नहीं है लेकिन यह सही दिशा में बढ रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘ राफेल भारत और फ्रांस के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है. यह अगले 40 वर्षो के लिए ‘मेक इन इंडिया' समेत अभूतपूर्व औद्योगिक एवं प्रौद्योगिकी सहयोग का मार्ग प्रशस्त करेगा.' ओलोंद ने आज से शुरू हो रही अपनी यात्रा से पहले दिए साक्षात्कार में कहा, ‘ इस बात से सहमत हूं कि व्यवस्था के तकनीकी पहलुओं पर व्यवस्था में समय लगता है लेकिन हम सही दिशा में हैं. ओलोंद ने यह भी कहा कि रक्षा क्षेत्र में भारत-फ्रांस सहयोग हमारे सामरिक गठबंधन का हिस्सा है. यह हमारे दोनों देशों के आपसी विश्वास, बेहद मजबूत भरोसे पर आधारित है. भारत और फ्रांस तुरंत उडान भरने के योग्य 36 राफेल लडाकू विमानों की खरीद के लिए बातचीत कर रहे हैं. इस बारे में अप्रैल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की फ्रांस यात्रा के दौरान इस सौदे की घोषणा की गई थी. हालांकि इस सौदे पर अभी अंतिम मुहर लगनी बाकी है क्योंकि दोनों पक्ष अभी भी इसकी कीमतों को लेकर बातचीत कर रहे हैं. यह करीब 60 हजार करोड रुपये का अनुमानित सौदा है. इस सौदे के बारे में अंतिम क्षणों की वार्ता के लिए फ्रांस का एक उच्च स्तरीय दल अभी यहां आया हुआ है. पठानकोट आतंकी हमले और भारत में पाकिस्तान से पोषित आतंकी हमले के बारे में एक सवाल के जवाब में ओलोंद ने कहा, ‘‘ फ्रांस कठोर शब्दों में पठानकोट आतंकी हमले की निंदा करता है. भारत ने ऐसे हमलों को अंजाम देने वालों को न्याय के कटघरे में खडा करने की उचित मांग की है.' फ्रांस के राष्ट्रपति ने लिखित साक्षात्कार में कहा, ‘‘ भारत और फ्रांस एक तरह के खतरों का सामना कर रहे हैं. हम पर हत्यारे हमला कर रहे हैं जो धार्मिक आधार पर काम करने का दिखावा करते हैं. उनकी असली मंशा व्यापक घृणा फैलाना है. वे हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों और हमारी जीवन पद्धति को कमतर करना चाहते हैं. भारत और फ्रांस आतंकवाद के खिलाफ साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धका को लेकर एकजुट हैं.। ओलांद की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच स्वच्छ ऊर्जा तथा आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में परस्पर सहयोग बढ़ाने पर अहम फैसले हो सकते हैं। उनकी और मोदी के बीच शिखर बैठक में स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में ठोस सहयोग के फैसले होने की उम्मीद है। दोनों नेताओं ने पेरिस में 30 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय सौर गठजोड़ की शुरुआत की थी। दोनों नेता गुड़गांव में अंतरराष्ट्रीय सौर गठजोड़ के सचिवालय का शिलान्यास करेंगे। मध्यम श्रेणी के युद्धक विमान राफेल के सौदे पर दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है। ओलांद आज रात नई दिल्ली पहुंचेंगे। कल सुबह दस बजे राष्ट्रपति भवन में उनका रस्मी स्वागत किया जाएगा। इसके बाद साढ़े दस बजे वह राजघाट जाकर महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। सवा 11 बजे विदेश मंत्री सुषमा स्वराज उनसे मुलाकात करेंगी। बारह बजे हैदराबाद हाउस में उनकी प्रधानमंत्री मोदी के साथ शिखर बैठक होगी तथा इसके बाद भोज का आयोजन किया जायेगा। इसके पश्चात प्रेस वक्तव्य होंगे। दोनों नेता गुड़गांव के ग्वालपहाड़ी में अंतरराष्ट्रीय सौर गठजोड़ के सचिवालय की आधारशिला रखेंगे। ओलांद शाम को उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और सात बजे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद साढ़े सात बजे राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से भेंट करेंगे। मुखर्जी आठ बजे मेहमान नेता के सम्मान में राजकीय भोज का आयोजन करेंगे। अगले दिन 26 जनवरी को ओलांद 9.30 बजे राष्ट्रपति भवन पहुंचेंगे वहां से मुखर्जी के साथ राजपथ पर गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में आएंगे। दिन में ढाई बजे वह भारत में रहने वाले फ्रांसीसी समुदाय के लोगों से मिलेंगे। शाम 5.20 बजे वह पुन: मुखर्जी से विदाई भेंट करेंगे और उसके पश्चात वह स्वदेश लौट जाएंगे।वी एन आई

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