मेक्सिको सिटी, 9 जून (वीएनआई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच देशों की यात्रा के अंतिम चरण में गुरुवार को मेक्सिको पहुंच गए। मोदी के पहुंचने से पहले भारतीय समुदाय के लोग एयरपोर्ट के बाहर जमा थे। उन्होंने 'मोदी-मोदी' और 'भारत माता की जय' के नारे लगाए। मोदी के स्वागत के लिए हवाईअड्डे पर मेक्सिको की विदेश मंत्री क्लॉडिया रूज थी। मेक्सिको की विदेश मंत्री क्लॉडिया रूज इस साल मार्च में भारत आई थी और उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की थी।
मोदी के इस दौरे के जरिए मेक्सिको 30 साल बाद भारत की कार्यसूचि मे आया है। 1986 में राजीव गांधी यहां आए थे। उनके बाद 2012 में मनमोहन सिंह भी यहां पहुंचे थे लेकिन तब उनका दौरा जी20 समिट के लिए हुआ था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा, "हैलो मेक्सिको! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कूटनीति की एक महत्वपूर्ण शाम के लिए मेक्सिको पहुंच गए हैं।"
मोदी मेक्सिको के राष्ट्रपति एनरिक पेना निटो के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इस दौरान परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप-एनएसजी) में भारत की सदस्यता के मुद्दे पर भी वार्ता हो सकती है। राष्ट्रपति एनरिक पेना नीटो ने कहा कि हम एनएसजी में भारत की दावेदारी का समर्थन करते हैं , इस सिलसिले मे मोदी अमेरिका, स्विट्जरलैंड के बाद मोदी को मेक्सिको में भी कामयाबी मिली है । गौरतलब है कि एक दिन पहले मोदी ने यूएस कांग्रेस के संयुक्त अधिवेशन को ्संबोधित किया था। वहांउनके भाषण स्पीच के तालियां बजती रहीं, कई बार लोगो ने खड़े होकर तालियां बजाई और उनकी बातों पर ठहाके लगे। इसके बाद मोदी अमरीका से रवाना हुए और मेक्सिको पहुंचे। यह उनके पांच देशों के दौरे का आखिरी पड़ाव है।
उल्लेखनीय है कि भारत-मेक्सिको के बीच 6 अरब डॉलर का व्यापार है। एशिया में मेक्सिको के लिए भारत सबसे बड़ा क्रूड ऑयल आयातक है, दूसरी तरफ भारत से फार्मास्युटिकल प्रोडक्ट्स और ऑटो पार्ट्स मेक्सिको में ्निर्यात किए जाते हैं।पुष्ट जानकारी के अनुसार मेक्सिको में 50 भारतीय कंपनियां जो 10 हजार लोगों को ्रोज़गार उपलब्ध करा रही हैं