वाशिंगटन,23 जनवरी (शोभनाजैन /वी एनआई ) अमेरिका में आए भीषण बर्फीले तूफान की वजह से राजधानी वाशिंगटन सहित देश के अनेक हिस्सों में आपातकालीन स्थति घोषित कर दी गयी है . तूफ़ान के चलते जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है.सड़के और घर सभी बर्फ की मोटी चादरों से ढक गए है अमरीकी राष्ट्रपति निवास व्हाइट हांउस भी बर्फ बारी का बुरी तरह से शिकार हो रहा है इस तूफान के नए चक्र में लगभग नौ करोड़ लोग प्रभावित हो रहे है.लगभग आठ हजार उड़ाने तूफ़ान की वजह से कल तक के लिए बंद कर दी गयी है
बर्फबारी कीवजह से 1.2 लाख से भी ज्यादा घरों से बिजली गायब है . मौसम वैज्ञानिकों ने आशंका जतायी है कि इस तूफान में रिकॉर्ड 30 इंच तक की बर्फबारी हो सकती है.इसी बर्फीले तूफान के कारण सप्ताहांत पर रिकॉर्ड 30 इंच की बर्फबारी की आशंका के चलते वाशिंगटन डीसी और क्षेत्र के लगभग छह अन्य राज्यों में आपातकाल की घोषणा कर दी गयी है वाशिंगटन डीसी के अलावा इस तूफान के कारण जो राज्य सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं, वे हैं- उत्तर कैरोलाइना, टेनेसी, मैरीलैंड, वर्जीनिया, फिलाडेल्फिया, न्यू जर्सी और न्यू यॉर्क. कल बर्फ के इस भयंकर तूफान ने तेज हवाओं के साथ क्षेत्र में कई इंच मोटी बर्फ बरसानी शुरू कर दी. इसके कारण 1.2 लाख से ज्यादा घरों से बिजली चली गयी.
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार डिस्ट्रक्टि नेशनल गार्ड्स को ड्यूटी पर तैनात किया गया है. नेशनल वेदर सर्विस के अनुसार, यह बर्फीला तूफान 36 घंटे तक जारी रह सकता है और कुछ स्थानों पर दो फुट से ज्यादा बर्फ गिर सकती है. इस सेवा ने एक ट्वीट में कहा कि इस तूफान के ‘असली रूप' का पता आज दोपहर से लेकर आधी रात तक चलेगा.
इसमें कहा गया, ‘भारी बर्फबारी, तेज हवाओं और बिजली गिरने का खतरा है.' वर्जीनिया में स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार, कल शाम को बडी संख्या में दुर्घटनाएं हुईं. वर्जीनिया की पुलिस ने 800 से ज्यादा यातायात दुर्घटनाओं पर प्रतिक्रिया दी. बाहर का तापमान शून्य से कम होने के चलते लोग अंदर ही रहे. स्थानीय सरकारों ने क्षेत्र में बडी सडकों और राजमार्गों से बर्फ हटाने के लिए बर्फ हटाने वाली गाडियों और नमक के ट्रकों का इंतजाम किया है. नॉर्थ अमेरिकन तेलुगू असोसिएशन ने समुदाय ने सदस्यों से अपील की है कि वे घरों के अंदर ही रहें और सुरक्षा के लिए हर ऐहतिहात बरतें. वर्जीनिया में एक बडी संख्या तेलुगू लोगों की है. बडी संख्या में मंदिरों, गुरुद्वारों और अन्य पूजाघरों ने आर्थिक रुप से कमजोर लोगों को शरण देने के लिए अपने दरवाजे खोल दिये हैं. वी एन आई