नई दिल्ली,१६ नवंबर (वी एन आई)नोटबंदी को ले कर विपक्ष के घमासान से आज संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया . विपक्ष ने अचानक ५००,१००० रूपय बंद किये जाने के फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए कहा काले धन वालो की बजाय आम आदमी और गरीब इस फैसले का शिकार हुआ और वह पैसे पैसे को मोहताज हो गया है, देश मे त्राहि त्राहि मची है. कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों ने सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है. टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने एन डी ए केसहयोगी घटक शिव सेना जैसे दलो के साथ साथ नेशनल कॉफ्रेंस,आप पार्टी जैसे सहयोगी दलो के साथ राष्ट्रपति भवन तक पैदल विरोध मार्च किया और राष्ट्रपति से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा, वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने नोटबंदी के फैसले की जेपीसी से जांच कराने की मांग की है.्सत्र शुरू होने से पहले पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इस बार सत्र में अच्छी चर्चा होगी. हम चर्चा के लिए तैयार हैं. सबके साथ रहने से अच्छा काम होता है. खुलकर चर्चा हो इसके लिए भी हम तैयार हैं. जनता की उम्मीदों पर चर्चा होगी. पीएम ने कहा कि पिछले सत्र में जीएसटी जैसा अहम बिल पास हुआ, ये बड़ा कदम था. मैंन सभी दलों को धन्यवाद कहा था.राज्य सभा मे विपक्ष ने जहा इस मसले पर राज्य सभा मे सरकार को घेरा. वही लोकसभा का पहला दिन नहीं रहे पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
राज्यसभा में विपक्ष मे जमकर हंगामा किया. मायावती ने कहा कि बीजेपी ने अपना कालाधन सफेद कर लिया. कांग्रेस के आनंद शर्मा ने कहा कि नोटबंदी के फैसले से देश का किसान, मजदूर और आम आदमी परेशान है. किसान को बीज के लिए पैसे चाहिए. आज किसान बैंक में 2000 के लिए लाइन में खड़ा है. किसान धोती में क्रेडिट कार्ड नहीं रखता है. सरकार ने सभी को अपराधी बना दिया. भारत को कालाबाजारियों का देश बना दिया गया है.
सूत्रों के अनुसार, सोनिया ने अपने लोकसभा सांसदों से कहा है कि नोटबंदी के चलते लोगो को हो रही परेशानी के खिलाफ मजबूती से लड़ें और सरकार की नौटंकी नहीं चलने दें. लोकसभा में इस मुद्दे पर कार्यस्थगन का प्रस्ताव लाएगी.
आनंद शर्मा ने कहा कि 2000 का नया नोट रंग छोड़ता है. बचपन में चूरन की पुड़िया में ऐसा नोट मिलता था. नोटबंदी पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी यूनियनों को फैसला लीक किया गया. बैंक से कैश निकासी पर रोक क्यों है? नोटबंदी से बेटियों की शादियां तक रुकी हैं. गरीब की लाश अस्पतालों में फंसी है. बीजेपी ने घाव दिए और घाव पर नमक भी लगाया. मजदूर, किसान नोटबंदी से बेकार हुए. क्या गाजीपुर की रैली का भुगतान क्रेडिट कार्ड से हुआ?
मायावती ने कहा कि राज्यसभा में प्रधानमंत्री को आकर नोटबंदी पर जवाब देना चाहिए. मैंने देखा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली दुखी दिख रहे हैं. वहीं सरकार का पक्ष रखते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि सारा देश सरकार के फैसले का स्वागत कर रहा है. कुछ लोगों को दिक्कत हो रही है. ईमानदारी का सम्मान हुआ है. गोपनीयता से बेइमानों को दिक्कत हुई.
सीताराम येचुरी ने राज्यसभा में 2000 का नया नोट दिखाया और कहा कि इस नोट को कोई नहीं ले रहा है. वहीं रामगोपाल यादव ने कहा कि इसमें बड़ा घपला है. कोई भी अमीर लाइन में नहीं दिख रहा है. छोटे शहरों में कोई भी 2000 का नोट नहीं ले रहा है. ऐसा तो आपातकाल के दौरान भी नहीं हुआ, आम आदमी भिखारी बन गया है.
कल कांग्रेस नेताओं ने सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक से पहले अपनी बैठक की. सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में संपन्न बैठक के दौरान शीर्ष नेताओं की राय थी कि विमुद्रीकरण के मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में सवाल उठाया जाएगा. सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में पीएम ने सभी पार्टियों से नोटबंदी का समर्थन करने की अपील की.
इस बीच संसद सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद भवन में अपनी कैबिनेट के सीनियर मंत्रियों के साथ बैठक की. इस बैठक में पीएम मोदी के अलावा वित्त मंत्री अरुण जेटली, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वेंकैया नायडू और अनंत कुमार शामिल हैं.वी एन आई
संसद में सरकार को घेरने के दांव-पेंच पर चर्चा करने के लिए सोमवार को राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के संसद भवन स्थित कमरे में बैठक हुई. इसमें तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), जनता दल यूनाइटेड (जदयू), भाकपा, माकपा, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और वाईएसआर कांग्रेस के नेता शामिल हुए. नेताओं ने एक साझा रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए मंगलवार को फिर से बैठक की.