माउंट प्लेज़ैंट 8 दिसंबर (वीएनआई) अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकनों में सबसे आगे चल रहे डोनाल्ड ट्रंप ने एक विवादित बयान देते हुए कहा कि कि अमरीका में मुसलमानों के आने पूरी तरह रोक लगा देनी चाहिए.
उन्होंने कैलिफोर्निया में हाल ही मे हुई गोलीबारी के बाद ये बात कही है. इसमें 14 लोगों की मौत हो गई थी.उन्होंने कहा कि सर्वे दिखाते हैं कि अमरीकी लोगों के प्रति मुसलमानों की नफ़रत देश को ख़तरे में डाल सकती है.
अमरीकी राष्ट्रपति के कार्यालय व्हाइट हाउस ने ट्रंप के बयान की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने ट्रंप के बयान को 'ग़ैर-अमरीकी' बताया है. ट्रंप ने इस बात को लेकर ओबामा की आलोचना की कि उन्होंने अमेरिका के चरमपंथी इस्लामी आतंकियों के साथ युद्धरत होने की बात नहीं कही। ओबामा के राष्ट्र ने नाम संबोधन पर उन्होने निराशा ्जताई और कहा 'क्या बात सिर्फ इतनी ही है? हमें जल्दी ही एक नया राष्ट्रपति चाहिए'
व्हाइट हाउस ने ट्रंप के बयान के जवाब मे एक बयान में कहा है कि ट्रंप का बयान अमरीकी मूल्यों और उसके राष्ट्रीय सुरक्षा हितों के विपरीत है.
गौरतलब है कि पिछले दिनों कैलिफोर्निया के सैन बर्नारडिनो एक मुसलमान दंपति की गोलीबारी में 14 लोग मारे गए थे.
ट्रंप ने कहा, "विभिन्न सर्वेक्षणों पर ग़ौर किए बिना भी ये बात साफ़ दिखती है कि उनकी नफ़रत की कोई तुलना नहीं की जा सकती है. ये नफ़रत कहां से आई और क्यों आई, ये हमें तय करना होगा."
इससे पहले, ट्रंप अमरीका में मुसलमानों की विशेष निगरानी करने का सुझाव दे चुके हैं.लेकिन अब यह बयान देकर उन्होने और अमरीका में आने वाले मुसलमान पर्यटकों तक पर रोक लगाने वाली बात कह कर उन्होंने बहस का नया मुद्दा छेड़ दिया है.