भागलपुर,1 सितंबर (शोभना जैन,वीएनआई) बिहार विधान सभा चुनाव के लिये चुनावी दंगल जोरो पर् है, मुख्य दल एक दूसरे पर अब तक के काम काज का हिसाब मॉग कर एक दूसरे पर आरो्प प्रत्यारोप कर रहे है. भागलपुर में आज अपने चौथी 'परिवर्तन रैली' को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत 30 अगस्त को महागंठबंध की स्वाभीमान रैली का जिक्र करते हुए कांग्रेस, मुखय मंत्री नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव पर जमकर निशाना साधा. श्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों पटना के गांधी मैदान में हुई इस रैली को 'तिलांजलि सभा' करार देते हुए कहा कि सत्ता की खातिर जयप्रकाश नारायण ,कर्पूरी ठाकुर और लोहिया के इन सभी चे्ले जयप्रकाश जी की विरोधी कांग्रेस पार्टी से मिल गये है. प्रधानमंत्री ने इस भागलपुर रैली ने दावा किया कि भागलपुर रैली में आई भीड़ ने बिहार में गत वर्षों की कई रैलियों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। अब पॉलिटिकल पंडित हवा का रूख पहचान लेंगे। बिहार की जनता विकास के लिए वोट डालने का निर्णय कर चुकी और अब इस विजय यात्रा को कोई नहीं रोक सकता। चाहे कितने ही दल या नेता एक हो जाए और कितने झूठ, भ्रम और धोखे दिए जाएं, लेकिन अब बिहार के लोग विकासशील और प्रगतिशील बिहार बनाने, किसानों का कल्याण, माता-बहनों की रक्षा करने के लिए वोट डालने वाले हैं।उन्होने राज्य सरकार का निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र उसे जो देता हैं, उसका उपयोग तक नहीं कर पाते, बिहार का विकास कैसे होगा। पीएम ने कहा ' बिहार आगे निकल गया तो हिंदुस्तान आगे निकल जाएगा' आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार में श्री मोदी की मुजफ्फरपुर, गया और सहरसा के बाद चुनाव प्रचार के लिये भागलपुर मे यह चौथी 'परिवर्तन रैली' थी
पीएम मोदी ने कहा, 25 साल से जिन लोगों ने बिहार में राज किया, उन लोगों को अपने कामकाज का हिसाब देना चाहिए, लेकिन वो उनसे काम का हिसाब मॉग मान रहे है। उन्होने कहा ' मैं 2019 में लोक सभा चुनाव के वक्तबिहार में दोबारा आकर अपने कामकाज का हिसाब दूंगा। लोग वोट मांगने आएं तो जनता को सवाल भी करने चाहिए और बिहार के नौजवान को काम का हिसाब चाहिए।उन्होने कहा' 25 साल तक बिहार में राज कर अपने कामकाज न हिसाब न देने वाले अब मुझसे जवाब मांग रहे हैं। यहां की सरकार में बैठे लोग अपने कामों और कारनामों का हिसाब देने को तैयार नहीं है। उन्होंने महागठबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो वादाखिलाफी करते हैं, वो आगे न जाने क्या-क्या करेंगे।
श्री मोदी का कहना था कि राममनोहर लोहिया और उनके सब शिष्य देश को बचाने के लिए कांग्रेस के खिलाफ लड़ते रहे, लेकिन उन्हीं के चेले (लालू-नीतीश) सत्ता स्वार्थ के लिए परसों गांधी मैदान में कांग्रेस (सोनिया गांधी) के साथ बैठे थे। सत्ता के लालच में उनके चेलों ने जेपी को तिलांजलि दे दी। अब चुनाव में इनके खिलाफ वोट डालकर बिहार के लोग इन्हें तिलांजलि देंगे।यहां उन्हें तिलांजलि दी गयी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने जयप्रकाश नारायण को जेल में बंद कर दिया गया था. उनके साथ जेल में ऐसा व्यवहार किया कि वह बीमार रहे और उन्हें हमें खोना पड़ा. श्रीमोदी ने कहा' मैं उन लोगों से पूछना चाहता हूं जिन्होंने जयप्रकाश की अंगुली पकड़कर पाठशाला में आये उनसे राजनीति सीखी, उन्होंने उन्हें भी तिलाजंली दे दी. उन्होंने कहा कि परसो की उनकी रैली में राममनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण, कर्पूरी ठाकुर की तिलाजंली की गयी.' नरेंद्र मोदी ने रैली में जनता से पूछा कि क्या आप उनकी तिलाजंली करोगे ? अब चुनाव में बटन दबाकर उनकी तिलांजली करने का वक्त आ गया है.
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि गांधी मैदान में हुई महागठबंधन की रैली में नेताओं ने 25 साल के कामकाज का हिसाब देने की बजाय केवल मोदी-मोदी किया। बिहार को दिए गए 1.25 हजार करोड़ रुपए के पैकेज का नेता मजाक करते रहे, लेकिन मुझे पैकेज के नाम पर जो लोग गाली देते रहे, उन लोगों को भी पैकेज लाना पड़ा।
श्री मोदी ने कहा' मैं चाहता हूं कि राज्य और केंद्र में विकास की स्पर्धा हो। कुछ लोगों को झूठ बोलने की आदत नहीं जाती। पीएम ने कहा, करीब पौने चार लाख करोड़ रुपया फाइनेंस कमिशन से बिहार की झोली में आने वाले हैं। जरा इन लोगों से पूछना चाहिए कि एक लाख छह हजार करोड़ रुपया कहां जाएगा? क्या यह पैसा चारे के लिए लगाया जाएगा? सत्ता के नशे में चूर लोग समझ लें कि वह बिहार के लोगों को कभी मूर्ख नहीं बना सकते। गरीबों की परवाह न करने वाली सरकार को जनता हटाए।
प्रधानमंत्री ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि नेपाल में भूकंप आने पर मैंने बिहार में इसके असर जानने और कोसी नदी से सटे गांवों को बाढ़ से बचाने के लिए सजगता से काम किया, । उन्होने राज्य सरकार का निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र उसे जो देता हैं, उसका उपयोग तक नहीं कर पाते, बिहार का विकास कैसे होगा। पीएम ने कहा कि बिहार आगे निकल गया तो हिंदुस्तान आगे निकल जाएगा।
बीजेपी के अलावा रैली में एनडीए के दूसरे नेता भी शामिल हैं। शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। भागलपुर से पहले पीएम मुजफ्फरपुर, गया और सहरसा में रैली कर चुके हैं।
प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। रैली स्थल और हवाईअड्डा की स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) निगरानी कर रहा है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं सोच रहा था कि गांधी मैदान में एक से बढ़कर एक लोग बैठे हैं जो बिहार का भविष्य बतायेंगे लेकिन उस रैली से न सिर्फ बिहार निराश हुआ बल्कि पूरा हिंदूस्तान निराश हो गया. बिहार को कैसे आगे ले जाया जाए इस पर तो कोई चर्चा नहीं हुई, न मुद्दे पेश हुए. सबका एक ही कार्यक्रम था मोदी - मोदी बस. विदेश में नारे तो लगते है लेकिन गंठबंधन की रैली में भी मोदी मोदी के नारे लगे. नीतीश पर हमला करते हुए मोदी कहा कि उन्होंने कहा था कि 2015 में मैं बिजली न दूं तो वोट मांगने नहीं आऊंगा लेकिन उन्हें अपना वादा याद नहीं है. वे वादा खिलाफी कर रहे हैं. नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिन लोगों ने यहां 25 साल तब बिहार में शासन किया. इन्हें जनता के सामने अपने काम का हिसाब देन चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं अपको यह भरोसा दिलाना चाहता हूं कि 2019 में जब मैं आपसे वोट मांगने आऊंगा तो दिल्ली की सरकार ने क्या काम किया यह आपके सामने रखूंगा. वे लोग यहां 25 साल का हिसाब नहीं दे रहे लेकिन वे मोदी से हिसाब मांग रहे हैं.
नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम बिहार को कभी भूले ही नहीं तो याद कहां से आयेगी जो लोग सत्ता के नशे में चूर होकर बिहार को भूलते है उन्हें बिहार की याद आये. हमने बिहार में लोगों की बेरोजगारी को दूर करने के लिए बजट में प्रावधान किया लेकिन बिहार सरकार ने रूची नहीं दिखायी. मई में हमने बिहार सरकार को चिट्ठी लिखी कि हमें बिहार के जिलों को लाभ देना हमें जिलों का नाम तो दो. बिहार के लिए मांग कर रहे हो जो देते है उसका इस्तेमाल तो नहीं कर पा रहे हो. मैं आपसे आग्रह करने आया हूं कि विकास की ऊंचाई पर जाने वाला बिहार देश आपसे कुछ मांग रहा है. सारे देश को लगता है बिहार आगे निकल गया तो हिंदुस्तान आगे निकल जायेगा. इसलिए मैं आग्रह करने आया हूं कि आप विकास के लिए वोट दीजिए. आप जैसे चाहते हो वैसा बिहार बनाने के लिए वोट दीजिए. मुझे पर यह तंज कसा जा रहा है कि मोदी जी को बिहार की याद 14 महीने बाद आयी. यह झूठ है मैंने बिहार की हमेशा चिंता की. जिस वक्त नेपाल में भूकंप आयी मैंने बिहार के मुख्यमंत्री को फोन किया उन्होंने कहा मैं दिल्ली में हूं मुझे तो कुछ नहीं पता मैंने हर जिले में एनडीए के नेताओ को दौड़ाया. हाल जानने के लिए. कोसी नदी के कारण जब बाढ़ का खतरा बढ़ा तो मैंने चिंता की दिल्ली सरकार पहली थी दिल्ली से कर्मचारियों को यहां भेजा और स्थिति की जानकादी दी. गांव खाली कराये. नेपाल सरकार को समझाने के लिए दिल्ली से अफसर भेजे. कोशी की गांव की बर्बादी को बचाने का प्रयास किया गया. समय से पहले जागने और बिहार के प्रति प्रेम के कारण कोसी के कहर से इलाके को बचा लिया गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बिहार का हाल स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी बेहाल है. हेल्थ सेंटर की संख्या राजस्थान में 200 बढ़े, मध्यप्रदेश में 336 हो गये.छत्तसीगढ़ में 157 हो गये. यह सेंटर बिहार में पहले 101 थे लेकिन 70 हो गये कम हो गये. यह हेल्थ सेंटर गरीबों की मदद के लिए होता है. ऐसी सरकार जो बीमार को डॉक्टर नहीं दे पाये उन्हें हटाये जाना चाहिए की नहीं. मैं हमेशा चाहता हूं कि आपस में विकास की प्रतिस्पर्धा हो. लेकिन जनता की आंखों में धूल झोंकने की आदत नहीं जाती. उनकी धोखा देने की आदत नहीं जाती. राज्य सरकार कितना धन देगी इसके लिए फाइनेंस कमीशन होता है. इस फाइनेंस कमीशन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अगले पांच साल में बिहार को पौने चार लाख करोड़ रुपया मिलने वाला है. इसमें वो पैसा नहीं है जिसकी घोषणा मैंने पहले की है. अब आप पूरा जोड़ लीजिए कि कितना मिला. बिहार के लोग सबसे तेज दिमाग के होते है. मैं यह कहना चाहता हूं कि सत्ता के नशे में चूर लोग कभी भी आपको बेवकूफ नहीं बना सकते. बिहार सरकार को हमने पैकेज दिया. वे इसका मजाक उड़ाते रहे, बाल की खाल निकालते रहे लेकिन वह बिहार की जनता का मन नहीं बदल सके. उन्होंने कहा कि बिहार में विकास मुद्दा बनाना चाहिए. चुनाव में विकास का मुद्दा आवश्यक है. 25 साल तक इन्होंने जातिवाद का जहर फैलाया उन्हें मजबूरी में पैकेज लेकर आना पड़ा. बिहार की सरकार पैकेज लेकर आये या मोदी लेकर आये इससे लाभ बिहार को होगा की नहीं होगा.
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान,जीतनराम मांझी,पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी,राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा सहित एन डी एके अनेक ्नेता इस रेली मे मौजूद थे श्री प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार को पैकेज नहीं चाहिए. उन्हें सिर्फ पैकेज को लेकर राजनीति करनी है. हमें बिहार का विकास चाहिए इसलिए इसबार भाजपा को प्रदेश में लाना होगा. लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान ने कहा कि बिहार के लोग कर्ज से दबे हुए है. ये लोग जातिवाद पर शासन करना चाहते हैं. भागलपुर में दंगा लालू और कांग्रेस ने करवाने का काम किया.
पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि बिहार में परिवर्तन हो ऐसा मैं भी चाहता हूं. इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पैकेज दिया है. इस पैकेज के सही उपयोग के लिए राज्य में एनडीए की सरकार आवश्यक है. यदि यह पैकेज नीतीश कुमार के हाथों में गया तो वह इसका दुरुपयोग करेंगे. नीतीश अहंकारी है. वह जनता की भलाई नहीं चाहते हैं. जब से भाजपा के साथ जदयू का गंठबंधन टूटा है यहां जंगलराज कायम हो गया है.
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि इस बार आप भाजपा को वोट दें तभी आपके राज्य में बहार आयेगी. नीतीश ने कोशी को मिले पैकेज को वापस कर दिया. पीमए ने जो पैकेज बिहार को दिया है उसकी रखवाली नीतीश और लालू नहीं कर सकेंगे. इसके लिए प्रदेश में भाजपा की सरकार आवश्यक है. क्योंकि दूध की रखवाली बिल्ली से नहीं करवाई जाती है.
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आपके उत्साह को देखकर लग रहा है कि बिहार में परिवर्तन की बयार बह चुकी है. दिल्ली की सरकार बिहार के लिए काम करना चाहती है लेकिन गंठबंधन के लोग जनता को बरगलाने में लगे हुए हैं.वी एन आई