नई दिल्ली, 13 जुलाई, (वीएनआई) कभी भारतीय क्रिकेट टीम के मजबूत स्तंभ रहे क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने आज क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से रिटायर होने का ऐलान किया है। कैफ करीब 12 साल पहले भारतीय टीम के लिए आखिरी मैच खेले थे। फ़िलहाल कैफ हिन्दी क्रिकेट कमेंटेटर के रूप में करियर की दूसरी पारी शुरू कर चुके है।
गौरतलब है वह भारतीय टीम में मध्यक्रम के मजबूत बल्लेबाज़ थे और उनकी चुस्त फील्डिंग के सभी कायल थे। 37 साल के कैफ ने भारत के लिए 13 टेस्ट, 125 वनडे मैच खेले। कैफ ने 13 टेस्ट मैचों में 1 शतक की बदौलत 624 रन और 125 वनडे मैचों में दो शतक की बदौलत 2753 रन बनाए है। वहीं सौरभ गांगुली की अगुवाई में भारतीय टीम जब भारतीय क्रिकेट के इतिहास के सुनहरे पन्ने लिख रही थी तो युवराज के साथ कैफ उसका अभिन्न अंग थे। 2002 में हुई नेटवेस्ट सीरीज के फाइनल में उन्होंने लॉर्ड्स के मैदान पर 87 रन की यादगार पारी खेलकर टीम को जितवाया था। वह मैच 13 जुलाई को ही खेला गया था। कैफ उस भारतीय टीम का भी हिस्सा रहे जो साउथ अफ्रीका में वर्ल्ड कप के फाइनल तक पहुंची। युवराज सिंह, कैफ उन खिलाड़ियों में से हैं जो अंडर 19 टीम से उभरकर आए थे। कैफ ने उत्तर प्रदेश को रणजी ट्रॉफी जिताने में भी अहम भूमिका निभाई थी, उन्होंने यूपी के लिए रणजी ट्रोफी भी जीती।
मोहम्मद कैफ ने एक ई मेल के जरिए अपने सन्यास की जानकारी देते हुए लिखा, 'मैं फर्स्ट क्लास क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से रिटायर हो रहा हूं।' वहीं इस वक्त भारतीय टीम इंग्लैंड में नेटवेस्ट सीरीज खेलने ही गई हुई है। इस मौके पर रिटायर होते हुए कैफ थोड़े भावुक भी हुए। पत्र में उन्होंने लिखा, 'मैं आज रिटायर हो रहा हूं, उस एतिहासिक नेटवेस्ट सीरीज को 16 साल बीत चुके हैं, जिसका मैं भी हिस्सा था।' उन्होंने आगे लिखा, 'भारत के लिए खेलना मेरे लिए खुशी की बात है।'
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