नई दिल्ली, 4 दिसंबर, (वीएनआई)| एंजेलो मैथ्यूज (111) और कप्तान दिनेश चंडीमल (नाबाद 98) की बेहतरीन पारियों ने श्रीलंका को भारत के खिलाफ फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन मुश्किल स्थिति से बाहर निकाल दिया है।
श्रीलंका ने चायकाल तक चार विकेट के नुकसान पर 270 रन बना लिए हैं। हालांकि पहले सत्र और दिन के दूसरे सत्र के समाप्त होने से कुछ देर पहले तक इस जोड़ी के दबाव में दिखी भारत को रविचंद्रन अश्विन ने मैथ्यूज के विकेट दिलाकर मैच में एक तरह से वापसी कराई। मैथ्यूज को अश्विन ने 197वें ओवर की आखिरी गेंद पर विकेटकीपर रिद्धिमान साहा के हाथों आउट करा भारत को दिन की पहली सफलता दिलाई। मैथ्यूज ने तीसरे दिन दूसरे सत्र में अपने करियर का आठवां और भारत के खिलाफ अपना तीसरा शतक जड़ा। मैथ्यूज को हालांकि इस शतक से पहले दो और शतक के बाद एक जीवन दान मिला। दूसरे दिन रविवार को कप्तान कोहली ने मैथ्यूज को जीवनदान दे दिया था।
तीसरे दिन मैथ्यूज 98 रन पर थे तभी ईशांत की गेंद पर रोहित शर्मा ने उनका कैच छोड़ दिया। इसके बाद उन्होंने अपना शतक पूरा किया। शतक के चार रन बाद अतिरिक्त खिलाड़ी विजय शंकर ने रवींद्र जडेजा की गेंद पर मिड-ऑन पर उनका कैच छोड़ा, लेकिन अंतत: साहा ने उनका कैच पकड़ भारत को दिन की पहली सफलता दिलाई। चायकाल तक चंडीमल 262 गेंदों में 13 चौकों की मदद से 98 रन बनाकर खेल रहे हैं। उन्होंने मैथ्यूज के साथ चौथे विकेट के लिए 256 रनों की साझेदारी की। चंडीमल के साथ सदिरा समाराविक्रमा चार रन बनाकर खेल रहे हैं। श्रीलंका, भारत से अभी भी 266 रन पीछे है। दिन की शुरुआत तीन विकेट के नुकसान पर 131 रनों के साथ करने वाली श्रीलंका को मैथ्यूज और चंडीमल ने खराब स्थिति से बाहर निकालते हुए पहले सत्र में कोई भी विकेट नहीं गिरने दिया और मेहमान टीम के खाते में 61 रनों का इजाफा किया। दूसरे सत्र में श्रीलंका ने 78 रन जोड़े।
इस जोड़ी को भारतीय गेंदबाजों ने परेशान तो किया लेकिन किस्मत के साथ और भारतीय खिलाड़ियों की खराब फील्डिंग ने उन्हें बचा लिया। हालांकि मैथ्यूज और चंडीमल ने भी संयम के साथ बल्लेबाजी की। भारत ने दूसरे दिन अपनी पहली पारी सात विकेट के नुकसान पर 536 रनों पर घोषित कर दी थी। हालांकि दूसरे दिन काफी ड्रामे के बाद भारत ने अपनी पारी घोषित की थी। श्रीलंकाई टीम के खिलाड़ियों द्वारा प्रदूषण की शिकायत करने के बाद दूसरे दिन के दूसरे सत्र में तीन बार दिन का खेल रोक दिया गया था। इसी से परेशान होकर भारतीय कप्तान ने पारी घोषित कर दी थी। भारत ने कप्तान विराट कोहली (243) के रिकार्ड दोहरे शतक, मुरली विजय (155), रोहित शर्मा (65) की बेहतरीन पारियों के दम पर आसानी से 500 का आंकड़ा पर कर लिया था और वह विशाल स्कोर की ओर बढ़ रही थी, लेकिन श्रीलंकाई खिलाड़ियों की बार बार प्रदूषण की शिकायत के चलते खेल रोके जाने के कारण भारतीय टीम प्रबंधन ने पारी घोषित करने का फैसला किया था।
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