गॉल, 29 जुलाई (वीएनआई)| गॉल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन आज भारत ने बल्ले और गेंद से एकतरफा दमदार प्रदर्शन करते हुए श्रीलंका को 304 रनों से करारी मात दी। इसी के साथ भारत ने तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है।
भारत ने मेजबान टीम के सामने चौथी पारी में 550 रनों का लक्ष्य रखा था, जिसे श्रीलंकाई टीम हासिल नहीं कर पाई और चौथे दिन ही 245 के स्कोर पर ऑल आउट हो गई। भारत ने मैन ऑफ द मैच शिखर धवन (190), चेतेश्वर पुजारा (153), अजिंक्य रहाणे (57), हार्दिक पांड्या (50) की बेहतरीन पारियों के दम पर अपनी पहली पारी में 600 रन बनाए थे, जिसके जवाब में श्रीलंका की पहली पारी 291 रनों पर सिमट गई थी। भारत ने पहली पारी के आधार पर 309 रनों की बढ़त ले ली थी। इसके बाद भारतीय टीम ने मैच के चौथे दिन शनिवार को पहले सत्र में अपनी दूसरी पारी 240 के स्कोर पर घोषित करते हुए मेजबान टीम को चौथी पारी में 550 रनों की विशाल चुनौती प्रदान की थी। दूसरी पारी में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने नाबाद 103 और अभिनव मुकुंद ने 81 रनों की पारी खेली।
चौथी पारी में विशाल स्कोर का पीछा करने उतरी मेजबान टीम भारतीय गेंदबाजों के आगे दो सत्र भी नहीं टिक पाई। श्रीलंका के लिए दिमुथ करुणारत्ने ने सर्वाधिक 97 और निरोशन डिकवेला ने 67 रनों का पारियां खेलीं। श्रीलंका की तरफ से नौ बल्लेबाज ही बल्लेबाजी करने उतरे, क्योंकि असेला गुणारत्ने चोटिल होने के कारण टेस्ट सीरीज से बाहर हो गए हैं, वहीं कप्तान रंगना हेराथ भी चोट के कारण बल्लेबाजी करने नहीं उतरे। भारत के लिए रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन ने दूसरी पारी में तीन-तीन विकेट लिए। मोहम्मद शमी और उमेश यादव को एक-एक विकेट मिला। मेजबानों ने चायकाल तक चार विकेट के नुकसान पर 192 रन बनाए थे। तीसरे सत्र में वह अपने खाते में सिर्फ 53 रन ही जोड़ पाई। विकेट पर जम चुके डिकवेला ने इस सत्र में अर्धशतक पूरा किया। वह अच्छी लय में दिख रहे थे तभी अश्विन ने उन्हें विकेट के पीछे रिद्धिमान साहा के हाथों कैच करवाया। शतक से तीन रन दूर करुणारत्ने को अश्विन ने बोल्ड कर मेजबान टीम को बड़ा झटका दिया। वह 240 के कुल स्कोर पर आउट हुए। यहां से श्रीलंका की हार चौथे दिन ही तय हो चली। अश्विन ने नुवान प्रदीप को खाता भी नहीं खेलने दिया और मेजबानों का सातवां झटका दिया। जडेजा ने लाहिरू कुमारा को आउट कर मेजबानों की पारी का अंत किया।
मेजबान टीम ने पहले सत्र में एक समय 29 रनों पर ही अपने दो विकेट गंवा दिए थे। शमी ने 10 के निजी योग पर उपुल थरंगा (10) को चलता कर भारत को पहला विकेट दिलाया जबकि उमेश ने दानुष्का गुणारत्ने को दो के निजी योग पर आउट किया, लेकिन इसके बाद दिमुथ करुणारत्ने और कुशाल मेंडिस (36) ने भोजनकाल तक टीम को कोई और नुकसान नहीं होने दिया। भोजनकाल के बाद श्रीलंका का स्कोर जैसे ही 100 के पार गया, जडेजा ने मेंडिस को आउट कर भारत को तीसरी सफलता दिलाई। मेंडिस और करुणारत्ने के बीच चौथे विकेट के लिए 79 रनों की साझेदारी हुई। मेंडिस का स्थान लेने पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (2) आए, लेकिन जडेजा ने उन्हें चलता कर श्रीलंका को बड़ा झटका दिया। मैथ्यूज का विकेट 116 के कुल योग पर गिरा। मैथ्यूज की विदाई के बाद उनका स्थान लेने आए डिकवेला ने करुणारत्ने का अच्छा साथ दिया और टीम को चायकाल तक कोई और नुकसान नहीं होने दिया, लेकिन यह दोनों बल्लेबाज तीसरे सत्र में पवेलियन निकल लिए।
इससे पहले, भारत ने पहले सत्र में तीन विकेट पर 240 रनों पर अपनी दूसरी पारी घोषित की और श्रीलंका के सामने 550 रनों का लक्ष्य रखा। कप्तान विराट कोहली 103 और अजिंक्य रहाणे 23 रनों पर नाबाद लौटे। कोहली ने 136 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया। यह उनके करियर का 17वां शतक है। इसके साथ उनका टेस्ट औसत 50 के पार चला गया है। भारत ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक तीन विकेट पर 189 रन बनाए थे। कोहली 76 रनों पर नाबाद लौट थे। अभिनव मुकुंद (81) का विकेट गिरने के साथ दिन के खेल की समाप्ति हुई थी। चौथे दिन कोहली ने अपनी पारी जारी रखी और बेहतरीन शतक लगाया। कोहली और रहाणे ने चौथे विकेट के लिए नाबाद 51 रन जोड़े। कोहली ने इससे पहले मुकुंद के साथ 133 रनों की साझेदारी की थी। श्रीलंका के लिए परेरा, कुमारा और गुनाथिलाका ने एक-एक सफलता हासिल की।
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