डबलिन/दिल्ली 03 जुलाई, (वीएनआई)। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने क्रिकेट में लगातार हो रही गेंद से छेड़छाड़ लेकर अब कड़ा रुख अख्तियार करने का फैसला किया है। आईसीसी ने बॉल टेंपरिंग को और ज्यादा संगीन अपराध मानते हुए इसकी सजा को बढ़ा दिया है।
आईसीसी की डबलिन में हुए मीटिंग में फैसला हुआ है कि अब बॉल टेंपरिंग करने वाले खिलाड़ी पर छह टेस्ट मैच या 12 वन मुकाबलों की पाबंदी लगाई जा सकती है। आईसीसी ने अपने कोड ऑफ कंडक्स मे बदलाव करते हुए लेवल 3 के अपराध पर सजा को 8 पॉइंट्स से बढ़ा कर 12 सस्पेंशन पॉइंट कर दिया है। साथ ही इस बात पर भी विचार किया जा सकता है कि गेंद से छेड़छाड़ के वाकये के सामने आने के बाद उस टीम से संबंधित क्रिकेट बोर्ड को कैसे जिम्मेदार ठहराया जाए।
गौरतलब है कि पिछले दिनों ऑस्ट्रेलिया के साउथ अफ्रीका दौरे पर केपटाउन टेस्ट के दौरान कंगारू टीम के तीन खिलाड़ियों को गेंद से छेड़छाड़ का दोषी पाया गया था। इसमें कप्तान स्टीव स्मिथ, उप कप्तान डेविड वॉर्नर और कैमरून बेनक्रॉफ्ट ने अपना गुनाह कबूल किया था। हालांकि आईसीसी उन्हें ज्यादा सजा नहीं दे सकी थी लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें कड़ी सजा दी थी। इसके अलावा हाल ही में खेले गए वेस्टइंडीज- श्रीलंका टेस्ट के दौरान लंकाई कप्तान दिनेश चंडीमल पर भी बॉल से छेड़छाड़ के आरोप लगे जिसके बाद उनपर आईसीसी ने एक टेस्ट मैच की पाबंदी लगाई। इसके बाद आईसीसी ने अब गेंद से छेड़छाड़ रोकने के लिए यह कड़ा फैसला लिया है।
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