लंदन, 22 जुलाई (वीएनआई)| भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स मैदान पर रविवार को होने वाले महिला विश्व कप के फाइनल मैच से पहले इंग्लैंड की पुरुष टीम के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने कहा है कि मेजबान टीम की कप्तान भारत की हरमनप्रीत के सामने स्पिन गेंदबाजों को न लाएं।
हरमनप्रीत ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए सेमीफाइनल में 171 रनों की तूफानी पारी खेली थी और अपनी टीम को दूसरी बार विश्व कप के फाइनल में पहुंचाया था। हुसैन ने इंग्लैंड की महिला टीम की कप्तान हीथर नाइट को सलाह देते हुए कहा है कि अगर उन्हें हरमनप्रीत की आक्रामक बल्लेबाजी से बचना है तो उनके खिलाफ स्पिन गेंदबाजों का उपयोग न करें।
हुसैन ने अंग्रेजी अखबार डेली मेल में लिखे अपने कॉलम में लिखा है, मेरी कप्तान नाइट को एक ही सलाह है कि वह कौर के सामने स्पिन गेंदबाजों को न लगाएं क्योंकि उन्होंने गुरुवार को डर्बी में आस्ट्रेलिया के खिलाफ स्पिन गेंदबाजों की जमकर धुनाई की थी। उन्हें शांत रखें और इंग्लैंड मैच में पकड़ बना लेगी। हुसैन ने कहा है कि रविवार को होने वाले मैच में इंग्लिश टीम को घर में खेलने का फायदा मिलेगा। हुसैन ने हालांकि अपनी टीम को भारत से आगाह किया है और कहा है कि भारत इकलौती ऐसी टीम है जिसने इंग्लैंड को लीग दौर में मात दी थी। उन्होंने लिखा है, रविवार को होने वाला फाइनल शानदार होगा। भारत इकलौती ऐसी टीम है जिसने लीग दौर में इंग्लैंड को मात दी है।
हुसैन के मुताबिक, महिलाओं के खेल में भारत अभी तक सोया हुआ था, लेकिन अब वो जाग गया है और यह खेल के लिए काफी अहम साबित हो सकता है। उसी तरह जैसे महेंद्र सिंह धौनी की टीम का 2007 में टी-20 विश्व कप जीतना हुआ था। उन्होंने लिखा है, "अभी तक भारत का इस टूर्नामेंट में प्रदर्शन अच्छा रहा है, बावजूद इसके लॉर्ड्स में मैं इंग्लैंड का पलड़ा भारी मानता हूं। हीथर नाइट की टीम में गहराई है और मेरा मानना है कि उनका फाइनल में पहुंचने का कारण उनका हरफनमौला खेल रहा है। हरमनप्रीत के अलावा हुसैन ने भारतीय टीम की कप्तान मिताली राज और सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना की भी तारीफ की है। उन्होंने लिखा है, भारत की तीन बल्लेबाजों ने मेरा ध्यान खिंचा है। सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ पहले मैच में 90 रन बनाए थे। मिताली राज, जो हमेशा से ही अच्छी बल्लेबाज रही हैं और हरमनप्रीत, जिन्होंने आस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में 115 गेंदों में 171 रनों की पारी खेली थी। भारत विश्व कप में दूसरी बार फाइनल में पहुंचने में सफल रहा है। इससे पहले भारतीय महिलाएं मिताली की कप्तानी में ही 2005 में फाइनल में पहुंची थी जहां आस्ट्रेलिया से हार गई थीं।
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