हैदराबाद, 22 मई (वीएनआई)| इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 10वें संस्करण में सांस रोक देने वाले फाइनल मुकाबले में रोहित शर्मा की कप्तानी में दो बार के चैम्पियन मुम्बई इंडियंस टीम ने रविवार को राजीव गांधी स्टेडियम में राइजिंग पुणे सुपरजाएंट टीम को एक रन से हराते हुए तीसरा ख़िताब जीता। आईपीएल के इतिहास में यह पहली बार हुआ जब कोई टीम तीसरी बार चैंपियन बनी है. इससे पहले मुंबई की टीम साल 2013 और 2015 में चैम्पियन बनी थी.रोहित शर्मा के कप्तानी में मुंबई को यह गौरव हासिल हुआ.
मुम्बई ने पहले खेलते हुए पुणे के सामने 130 रनों का लक्ष्य रखा। अजिंक्य रहाणे (44) और कप्तान स्मिथ (51) की उम्दा पारियों के बावजूद पुणे की टीम 20 ओवरों में 6 विकेट पर 128 रन ही बना सकी। मुम्बई की ओर से मिशेल जानसन ने तीन सफलता हासिल की जबकि जसप्रीत बुमराह को दो विकेट मिले। जानसन ने अंतिम ओवर में दो सफलता हासिल की। इसमें कप्तान स्मिथ का भी विकेट शामिल है, जो काफी हद तक पुणे को जीत दिलाने की स्थिति में दिखाई दे रहे थे। पुणे की शुरुआत अच्छी नहीं थी। उसने अपने युवा स्टार राहुल त्रिपाठी (3) का विकेट 17 के ही कुल योग पर गंवा दिया था लेकिन इसके बाद रहाणे और स्मिथ ने दूसरे विकेट के लिए 54 रन जोड़ते हुए पुणे को जीत की ओर अग्रसर किया लेकिन 71 के कुल योग पर रहाणे के आउट होते ही मानो बदकिस्मती ने पुणे को घेर लिया। उसने 98 के कुल योग पर महेंद्र सिंह धौनी (10) का विकेट गंवाया। धौनी लय में नहीं दिखे। इसके बाद स्मिथ ने मनोज तिवारी (7) के साथ टीम को जीत तक ले जाने का प्रयास किया लेकिन तिवारी 20वें ओवर की दूसरी गेंद पर आउट हो गए। इसके बाद जानसन ने 20वें ओवर की तीसरी गेंद पर स्मिथ को आउट किया। स्मिथ का कैच सीमा रेखा पर अंबाती रायडू ने लपका। यहां से मैच का पासा ही पलट गया। अंतिम तीन गेंदों पर पुणे को सात रन चाहिए थी। वाश्िंगटन सुंदर (नाबाद 0) और डेनियल क्रिस्टीयन (4) ने पूरी कोशिश की लेकिन वे एक रन से चूक गए। क्रिस्टीयन अंतिम गेंद पर रन आउट हुए। इस तरह मुम्बई ने यह मैच एक रन से अपने नाम किया।मुंबई के लिए में 38 बॉल पर 4बेहद कठिन परिस्थितियों मे 7 रन बनाने वाले ्कुणाल पंड्या को ' मैन ऑफ द मैच' चुना गया.
इससे पहले, पुणे ने अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत मुम्बई इंडियंस को आठ विकेट पर 129 रनों पर सीमित कर दिया। मुम्बई की ओर से क्रूनाल पंडया ने सबसे अधिक 47 रन बनाए। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का मुम्बई का फैसला सही नहीं रहा। उसने मात्र आठ रन के कुल योग पर अपने दोनों सलामी बल्लेबाजों लेंडल सिमंस (3) और पार्थिव पटेल (4) के विकेट गंवा दिए। इन दोनों को जयदेव उनादकट ने आउट किया। इसके बाद अंबाती रायडू (12) और कप्तान रोहित शर्मा (24) ने तीसरे विकेट के लिए 33 रनों की साझेदारी की। स्कोर 41 रनों तक पहुंचा था कि कप्तान स्टीवन स्मिथ ने रायडू को रन आउट कर मुम्बई को तीसरा झटका दिया। रोहित 56 के कुल योग पर आउट हुए। रोहित ने 22 गेंदों पर चार चौके लगाए। उन्हें एडम जाम्पा ने आउट किया। केरन पोलार्ड (7) और हार्दिक पांड्या (10) भी कुछ खास नहीं कर सके और क्रमश: 65 तथा 78 के कुल योग पर आउट हुए। पिछले मैच में मुम्बई के हीरो रहे कर्ण शर्मा (1) को 79 के कुल योग पर डेनियल क्रिस्टीयन और शार्दुल ठाकुर ने सहभागिता से रन आउट किया। इसके बाद हालांकि क्रूनाल और मिशेल जानसन (नाबाद 13) ने पारी को सम्भालते हुए आठवें विकेट के लिए 50 रन जोड़े। क्रूनाल ने 38 गेंदों पर तीन चौके और दो छक्के लगाए। जानसन ने 13 गेंदों पर एक छक्का लगाया। पांड्या का विकेट 129 के कुल योग पर गिरा। पुणे की ओर से उनादकट, क्रिस्टीयन और जाम्पा ने दो-दो विकेट लिए। दो खिलाड़ी रन आउट हुए। मुम्बई की टीम ने फाइनल में अब तक का सबसे कम स्कोर बनाया लेकिन वह इस स्कोर को बचाने में सफल रही। इससे पहले 2009 के फाइनल में डेक्कन चार्जर्स ने फाइनल में 143 रन बनाए थे और फिर अच्छी गेंदबाजी की बदौलत रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को छह रनों से हराया था।