लंदन, 10 जून (वीएनआई)| चैम्पियंस ट्रॉफी के ग्रुप-ए के आखिरी मैच में आज इंग्लैंड ने बारिश से बाधित मैच में आस्ट्रेलिया को डकवर्थ लुइस नियम के हिसाब से 40 रनों से हरा दिया। इसके साथ ही आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में विश्व विजेता आस्ट्रेलिया के पहुंचने के सपने को उसके चिर प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड और बारिश ने तोड़ा दिया।
आस्ट्रेलिया द्वारा रखे गए 278 रनों के लक्ष्य के जवाब मं इंग्लैंड ने 40.2 ओवरों तक चार विकेट खोकर 240 रन बना लिए थे। तभी तेज बारिश आ गई और अंपायरों ने मैच न होने की स्थिति में इंग्लैंड को डकवर्थ लुइस नियम को लागू करते हुए विजेता घोषित कर दिया। हालांकि बारिश आने से पहले भी आस्ट्रेलिया की हार तय लग रही थी। इंग्लैंड की जीत से एक ओर जहां आस्ट्रेलिया की सेमीफाइनल की उम्मीद को खत्म किया तो वहीं बांग्लादेश को फायदा पुहंचाया। इंग्लैंड की जीत के बाद बांग्लादेश की टीम भी सेमीफाइनल में पहुंच गई है। बांग्लादेश ने शुक्रवार को न्यूजीलैंड को पांच विकेट से मात देते हुए सेमीफाइनल में जाने की उम्मीदों को जिंदा रखा था लेकिन, वहां जगह पक्की करने के लिए उसे आस्ट्रेलिया की हार की जरूरत थी। उसकी यह दुआ कबूल हुई। अब इस ग्रुप से इंग्लैंड के साथ बांग्लादेश सेमीफाइनल में पहुंचेगा। इंग्लैंड ने पहले ही अपने दो शुरुआती मैच जीत कर सेमीफाइनल का टिकट कटा लिया था। इस टूर्नामेंट में आस्ट्रेलिया एक भी मैच पूरा नहीं खेल पाई। न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के खिलाफ हुए शुरुआती दो मैचों में बारिश ने उसका खेल बिगाड़ा था और इनमें से एक भी मैच पूरा नहीं हो सका था। इन दोनों मैचों में से उसे एक-एक अंक मिला था। दो अंकों के साथ इस मैच में उतरी आस्ट्रेलिया को हर हाल में सेमीफाइनल के लिए जीत की जरूरत थी, लेकिन इंग्लैंड ने उसे हर मामले में पीछे रखा और अंत में बारिश ने रही सही कसर पूरी कर दी।
बहरहाल, आस्ट्रेलिया द्वारा रखे गए लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की शुरुआत बेहद खराब रही। 35 रनों पर ही अपने तीन विकेट खो दिए थे। जेसन रॉय (4), एलेक्स हेल्स (0) और जोए रूट (15) पवेलियन लौट चुके थे। लेकिन इसके बाद शतक वीर बेन स्टोक्स (नाबाद 102) और कप्तान इयोन मोर्गन (87) चौथे विकेट के लिए 159 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत के करीब ले गए। कप्तान शतक पूरा नहीं कर पाए और एडम जाम्पा ने विकेटों पर सीथा थ्रो मारते हुए उनकी पारी का अंत किया। मोर्गन ने 81 गेंदें खेलते हुए आठ चौके और पांच शानदार छक्के लगाए। मोर्गन के जाने के बाद स्टोक्स को जोस बटलर (नाबाद 29) का साथ मिला। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 46 रन जोड़े ही थे की बारिश आ गई। बारिश आने से एक गेंद पहले स्टोक्स ने जाम्पा पर चौका मार अपना शतक पूरा किया। इसके बाद मैच नहीं हो सका और इंग्लैंड को विजेता घोषित कर दिया गया। स्टोक्स ने अपनी शतकीय पारी में 109 गेंदों का सामना किया और 13 चौके तथा दो छक्के जड़े।
इससे पहले, इंग्लैंड द्वारा बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद आस्ट्रेलिया ने एरॉन फिंच (68) और स्टीवन स्मिथ (56) की अर्धशतकीय पारियों की मदद से निर्धारित 50 ओवरों में नौ विकेट खोकर 277 रन बनाए। निचले क्रम में ट्रेविस हेड ने भी 64 गेंदों में पांच चौके तथ दो छक्कों की मदद से 71 रनों की अहम पारी खेली जो आस्ट्रेलिया को इस स्कोर तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण रही। डेविड वार्नर (21) और फिंच की सलामी जोड़ी ने महत्वपूर्ण मुकाबले में आस्ट्रेलिया को सधी हुई शुरुआत दी और 7.2 ओवरों में 40 रन जोड़े। मार्क वुड ने विकेट के पीछ जोस बटलर के हाथों वार्नर को कैच करा इंग्लैंड को पहली सफलता दिलाई। इसके बाद फिंच और स्मिथ ने टीम को आगे बढ़ाया लेकिन इंग्लैंड के गेंदबाजों ने इन दोनों को खुलकर नहीं खेलने दिया। यह जोड़ी 15.3 ओवरों में सिर्फ 96 रन ही जोड़ सकी। फिंच की पारी पर स्टोक्स ने विराम लगाया। स्टोक्स की गेंद को फिंच कप्तान मोर्गन के हाथों में खेल गए। उन्होंने 64 गेंदों की पारी में आठ चौके लगाए। मोएजेज हेनरिक्स (17) ने स्मिथ का साथ देने की कोशिश की लेकिन 161 के कुल स्कोर पर वह लेग स्पिनर आदिल राशिद का शिकार हुए। स्मिथ भी 181 के कुल स्कोर पर वुड की गेंद पर अपना विकेट आसानी से दे बैठे। उन्होंने 77 गेंदों खेलते हुए पांच चौके लगाए। वुड ने इसके बाद खतरनाक ग्लैन मैक्सवेल (20) को रंग में आने से पहले ही पवेलियन भेज दिया। मिशेल स्टार्क खाता भी नहीं खोल पाए और राशिद की गेंद पर जोए रूट को कैच दे बैठे। राशिद ने पैट कमिंस (4) को भी चलता किया। वुड ने फिर जाम्पा के डंडे बिखेरे। जाम्पा के रूप में आस्ट्रेलिया का नौवां विकेट 254 के कुल स्कोर पर गिरा। यहां से आस्टेलिया के जल्दी ऑल आउट होने की उम्मीद थी लेकिन हेड ने अंत में तेज खेलते हुए जोस हाजलेवुड के साथ 23 रन जोड़े जिसमें से सिर्फ एक रन हाजलेवुड का था। इंग्लैंड की तरफ से वुड और राशिद ने चार-चार विकेट लिए। स्टोक्स को एक सफलता मिली।