नई दिल्ली, 26 अप्रैल (वी एन आई)आईपीएल अपने पूरे चरम पर है और हर और इसी की चर्चा छायी हुई है। राजनीति और चुनावों के माहौल में भी इस फटाफट क्रिकेट के मैच और रिकार्ड्स लोगों की रूचि का विषय बने हुए हैं। इसी श्रंखला मे आईपीएल मे बने एक अद्भुत रिकॉर्ड बना था जब गुजरात लायंस के एंड्रू टाई और रॉयल चैलेंजर बंगलोर के सैमुअल बद्री ने एक ही दिन में दो हैट ट्रिक बनाई थी। एक ही टूर्नामेंट में एक ही दिन दो हैटट्रिक का बनना किसी आश्चर्य से कम नहीं था तो जरा सोचिये की एक ही खिलाडी का एक ही मैच में दो हैटट्रिक बनाने का रिकॉर्ड कितना दुर्लभ होगा।
यह रिकॉर्ड वास्तव में 1912 में हुए एक टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर जिमी मैथ्यूज ने बनाया था। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ओल्ड ट्रेफेड टेस्ट की दोनों परियों में उन्होंने हैटट्रिक बनाई थी। दोनों ही परियों में उन्होंने 3-3 विकेट ही लिए थे और दोनों ही बार ये विकेट हैटट्रिक से ही आये थे। दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी में उन्होंने रोलैंड ब्यूमोंट, सिड पैगलर और विकेटकीपर टॉमी वार्ड (क्रमशः 9वें, 10वें और 11वें नंबर के बल्लेबाज) को आउट किया था। जबकि दूसरी पारी में हर्बी टेलर, रेगी सेक्वार्ज और टॉमी वार्ड (क्रमशः 5वें, 8 वें और 9वें नंबर के बल्लेबाज) इनके शिकार बने। मजेदार बात यह रही कि दोनों ही पारी में उनके आखिरी शिकार टॉमी वार्ड थे जिन्हे उन्होंने दोनों ही बार शून्य पर आउट किया। इस प्रकार टॉमी वार्ड का पेयर (दोनों ही पारी में शून्य पर आउट होना) का रिकॉर्ड और भी खास बन गया।
टी-20 में हैटट्रिक हमेशा ही सुनने को मिल जाती है क्योंकि बल्लेबाज पर तेजी से रन बनाने का दबाव होता है लेकिन टेस्ट क्रिकेट में हैटट्रिक लेना कितना कठिन काम है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि टेस्ट क्रिकेट इतिहास में उनके अलावा केवल दो और गेंदबाज ऐसे हैं जो टेस्ट में हैटट्रिक लेने का रिकॉर्ड एक से अधिक बार बना पाए हैं। ऑस्ट्रेलिया के हग ट्रंबल (1901 -02 और 1903 -04 में) और पाकिस्तान के महानायक तेज गेंदबाज वसीम अकरम (1998 -99 में श्रीलंका के खिलाफ लगातार टेस्ट में) । जिमी मैथ्यूज ने तो यह रिकॉर्ड एक ही टेस्ट में बनाया और उसके बाद आज तक ये करिश्मा कोई नहीं दोहरा पाया।