हरारे, 18 जून (वीएनआई)। तीन टी-20 मैचों की श्रृंखला के पहले मैच में जिम्बाब्वे ने अपने शानदार खेल से चौंकाते हुए भारत को दो रनों से करारी शिकस्त दी। इस जीत के साथ ही जिम्बाब्वे ने 1-0 की बढ़त बना ली है।
हरारे स्पोर्ट्स क्लब मैदान पर खेले गए इस रोमांचक मुकाबले में जिम्बाब्वे ने पहले खेलते हुए भारत के सामने 171 रनों का लक्ष्य रखा था, जिसे भारतीय टीम हासिल नहीं कर पाई और पूरे 20 ओवर खेलने के बाद छह विकेट खोकर 168 रन ही बना सकी। जीत के लिए अंतिम गेंद पर चार रनों की जरूरत थी, लेकिन कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (नाबाद 19) विजयी चौका नहीं लगा सके और टीम मैच हार गई। जिम्बाब्वे ने एल्टन चिगुम्बुरा ने 26 गेंदों में 54 रनों की तूफानी पारी की बदौलत छह विकेट के नुकसान पर 170 रनों का मजबूत स्कोर खड़ा किया था। चिगुम्बुरा को मैन ऑफ द मैच चुना गया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। अपने पहले एकदिवसीय मैच में शतक जमाने वाले लोकेश राहुल अपने पहले टी-20 मैच में पहली ही गेंद पर आउट हो गए। राहुल के बाद मैदान पर आए अंबाती रायडू (19) ने दूसरे सलामी बल्लेबाज और अपना पहला मैच खेल रहे मनदीप सिंह (31) से साथ पारी को आगे बढ़ाया और टीम का स्कोर 44 रनों तक ले गए। इसी स्कोर पर चामु चिबाबा ने रायडू को बोल्ड कर टीम को दूसरी सफलता दिलाई। चिबाबा ने अपने अगले ओवर में मनदीप को तिनोतेंडा मुतोम्बोद्जी के हाथों कैच आउट करा भारत को तीसरा झटका दिया। इसके बाद केदार जाधव (19) और मनीष पांडे (48) ने लगातार झटकों को टीम से उबारा और चौथे विकेट के लिए 37 रन जोड़ते हुए टीम का स्कोर 90 तक पहुंचाया। तौरेई मुजाराबानी ने जाधव की गिल्लियां बिखेर कर इस साझेदारी को तोड़ा। मैदान पर भारतीय कप्तान और मनीष थे। धौनी एक-एक रन लेकर पांडे को स्ट्राइक दे रहे थे और पांडे बाउंड्री लगाकर रन जुटा रहे थे। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 53 रनों की साझेदारी कर टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचाया।
पांडे जब अपने अर्धशतक से दो रन दूर थे तभी वह मुजाराबानी की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में बाउंड्री पर लपके गए। उन्होंने अपनी पारी में 35 गेंदों का सामना किया और तीन छक्कों के साथ एक चौका लगाया। पांडे जब आउट हुए तब टीम को 16 गेंदों में 28 रनों की जरूरत थी। इसके बाद मैदान पर आए अक्षर पटेल ने नौ गेंदों में दो छक्के और एक चौके की मदद से 19 रनों की पारी खेल जीत के अंतर को कुछ कम किया। अंतिम ओवर की दूसरी गेंद पर जब वह पवेलियन लौटे तब टीम को सात रनों की जरूरत थी। पटेल के बाद आए ऋषि धवन ने दो गेंद खाली निकली जिसके कारण अंतिम गेंद पर धौनी को टीम को जीताने के लिए चार रन बनाने थे, लेकिन भारतीय कप्तान एक रन ही बना सके और भारत को इस मैच में हार झेलनी पड़ी।
इससे पहले जिम्बाब्वे को मजबूत लक्ष्य तक पहुंचाने में चिगुम्बुरा का अहम योगदान रहा। चिगुम्बुरा ने अपनी पारी में महज 26 गेंदों का सामना किया और सात छक्के, एक चौका लगाया। इसके अलावा उन्होंने सातवें विकेट के लिए नेविल माद्जीवा (नाबाद 5) के साथ 2.5 ओवरों में 40 रनों की साझेदारी कर टीम को मजबूत लक्ष्य प्रदान किया।
जिम्बाब्वे की शुरुआत अच्छी रही। टीम के सलामी बल्लेबाज चिबाबा (20) और हेमिल्टन मासाकाड्जा (25) ने पहले विकेट के लिए 33 रन जोड़े। जसप्रीत बुमराह ने मासाकाड्जा को आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई।
इसके बाद आए रिचमोंड मुतुम्बामी (0) रिटायर्ड हर्ट हो कर पवेलियन लौट गए। ऋषि धवन ने चिबाबा को पवेलियन भेज भारत को दूसरी सफलता दिलाई। इसके बाद सिकंदर रजा (20) और मैल्कम वालेर (30) ने तीसरे विकेट के लिए 47 रनों की साझेदारी कर टीम का स्कोर 97 तक पहुंचाया। इसी स्कोर पर वालेर यजुवेंद्र चहल का शिकार बने। एक रन बाद रजा रन आउट होकर पवेलियन लौट गए। तिनोतेंडा मुतोम्बोद्जी (3) और कप्तान ग्रेम क्रेमर (4) भी 130 के कुल स्कोर तक पवेलियन लौट गए थे। यहां से चिगुम्बुरा ने मोर्चा संभाला और लगातार बड़े शॉट खेलते रहे। उन्होंने 17वें ओवर में चहल पर दो शानदार छक्के जड़े, और 19वें ओवर में भी जयदेव उनादकत पर दो छक्के और एक चौका मारा। अंतिम ओवर लेकर आए बुमराह पर भी उन्होंने दो छक्के लगाए और इस ओवर में कुल 15 रन जोड़ टीम को 170 तक पहुंचाया। भारत के लिए बुमराह ने दो विकेट लिए। चहल, धवन और अक्षर पटेल को एक-एक विकेट मिला। एक बल्लेबाज रन आउट हुआ।