पटना, 30 अक्टूबर (वीएनआई)| बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने आज कहा कि बिहार में परंपरागत उद्योगों की अपार संभवनाएं हैं। उन्होंने कहा कि सरकार हथकरघा और विद्युत करघा को और मजबूत करेंगी।
उद्यमी पंचायत की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि हस्तकरघा, विद्युत करघा, बुनकर, रंगरेज, सिल्क व्यवसाय से जुड़े प्रतिनिधियों ने अपनी समस्याओं को इस बैठक में रखा है, उसके समाधान के लिए गंभीरतापूर्वक चर्चा की गई। उन्होंने कहा, हस्तकरघा, विद्युत करघा और रेशम के क्षेत्र में रोजगार की काफी संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि तसर के उद्योग के लिए महिलाओं को 661 उपकरण दिए जा चुके हैं, जिससे और भी प्रभावकारी परिणाम सामने आएगा। हैंडलूम को-ऑपरेटिव सोसायटी की चर्चा करते हुए उन्होंने इसकी संख्या बढ़ाने की जरूरत बताई।
रंगरेजों के बारे में उन्होंने कहा, "रंगरेजों की अपनी पहचान है। बुनकर लोग रंगरेजों से आपसी संबंध को बेहतर बनाकर रोजगार की संभावना बढ़ा सकते हैं। रंगरेजों की एक समय बहुत दयनीय स्थिति हो गई थी, जिन्हें अपने जीविकोपार्जन के लिए तरह-तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ता था। बुनकर क्षेत्र से जोड़कर रंगरेजों में रोजगार के अवसर को बढ़ाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन क्षेत्रों में रोजगार की काफी संभावनाएं हैं। उन्होंने इन उद्योगों से जुड़े लोगों से उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के उपाय करने की अपील करते हुए कहा कि सरकार इन उद्योगों को और मजबूत करने के उपाय कर रही है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन देते हुए कहा, ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मिल सके, सरकार की यह कोशिश है। सरकार परंपरागत उद्योगों को मजबूती देना चाहती है। जो भी प्राथमिक चीजें हैं, उसमें हमारा पूरा सहयोग रहेगा।
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