लखनऊ, 13 सितंबर (वीएनआई)। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने भारत में शरणार्थी के तौर पर रह रहे रोहिंग्या मुसलमान परिवारों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए भारत सरकार से मांग की है कि उनके प्रति मानवता व इंसानियत के नाते सख्त रवैया नहीं अपनाना चाहिए और न ही राज्यों को इसके लिए मजबूर किया जाना चाहिए।
गौरतलब है म्यांमार के सीमावर्ती राज्य में अशांति के कारण लाखों रोहिंग्या मुसलमानों ने बंगलादेश में शरण ली तथा कई हजार भारत के विभिन्न राज्यों में भी शरणार्थी बनकर रह रहे हैं। उनके प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार का रवैया पूरी तरह से स्पष्ट नहीं होने के कारण असमंजस की स्थिति है, जिसके संबंध में उच्चतम न्यायालय ने भी केंद्र सरकार से अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।
मायावती ने कहा, ऐसी परिस्थिति में अदालत की कार्रवाई अपनी जगह है, परंतु भारत सरकार को इन शरणार्थियों के प्रति मानवीय दृष्टिकोण से व्यवहार करना चाहिए जैसा कि भारत की परंपरा रही है। साथ ही, म्यांमार व बंगलादेश की सरकार से वार्ता करके रोहिंग्या मुसलमानों के मामले को सुलझाने का प्रयास करना चाहिए ताकि उनका अपने देश से पलायन भी रुक सके।
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