नई दिल्ली, 26 सितम्बर (वीएनआई)| संचार राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने आज कहा कि विद्यार्थियों, खासकर छात्राओं पर लाठीचार्ज स्वीकार्य नहीं है और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में होने वाली घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
मनोज सिन्हा ने यहां एक कार्यक्रम के दौरान कहा, किसी भी छात्र पर खासकर छात्राओं पर लाठीचार्ज स्वीकार्य नहीं है। इस घटना में शामिल लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। आईआईटी बीएचू के पूर्व छात्र और वाराणसी के नजदीक के क्षेत्र गाजीपुर के सासंद मनोज सिन्हा ने कहा, सरकार इस स्थिति पर नजर रख रही है और उचित कार्रवाई की गई है। घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को हटा दिया गया है। 23 सितम्बर को परिसर में एक छात्रा के साथ छेड़छाड़ के खिलाफ कुलपति के कार्यालय के बाहर छात्राओं द्वारा किए गए प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया था।जब सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उनके के बीच बहस बढ़ गई। यह खबर जैसे ही फैली, अन्य छात्रावास के छात्र, छात्राओं के समर्थन के लिए बाहर आए और प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया।
क्षेत्र में 1,500 से अधिक पुलिसकर्मियों ने विद्यार्थियों पर लाठीचार्ज किया और हवा में कुछ राउंड फायरिंग भी की। जिसके जवाब में विद्यार्थियों ने पुलिस पर पत्थर फेंके और उनकी मोटरसाइकिल जला दी। आज वाराणसी आयुक्त नितिन गोकर्ण ने विद्यार्थियों पर हुए लाठीचार्ज के संबंध में एक रिपोर्ट सौंपी और हिंसा के लिए बीएचयू प्रशासन को दोषी ठहराया। गोकर्ण ने मुख्य सचिव राजीव कुमार को भेजी अपनी रिपोर्ट में कहा कि बीएचयू प्रशासन ने पीड़ित की शिकायत को संवेदनशील तरीके से नहीं निपटाया और स्थिति को समय पर नहीं संभाला।
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