नई दिल्ली, 29 नवंबर, (वीएनआई) दूसरी तिमाही में जीडीपी के गिरकर 4.5 फीसदी के स्तर पर पहुँचने पर आर्थिक मोर्चे लगातार अलोचनाएं झेल रही केंद्र सरकार को आज बड़ा झटका लगा है। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी केंद्र सरकार पर बडा हमला बोला।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि, कहा कि, हमारी अर्थव्यवस्था की स्थिति बेहद चिंताजनक है। लेकिन आज हमारे समाज की स्थिति और भी चिंताजनक है और यह हमारी अर्थव्यवस्था की अनिश्चितता का एक प्रमुख कारण है। किसी भी देश में समाज को अर्थव्यवस्था से अलग नहीं किया जा सकता है। उद्योग, कृषि, व्यापार, नौकरी, कर, मौद्रिक नीति और राजकोषीय नीति के रूप में वर्गीकृत हमारी अर्थव्यवस्था की स्थिति पर पहले से ही विस्तृत चर्चा की गई है।
उन्होंने आगे कहा कि, कोई भी हमारी अर्थव्यवस्था में तीव्र मंदी और हमारे किसानों, युवाओं और गरीबों के लिए विनाशकारी परिणामों से इनकार नहीं कर सकता। आज जारी जीडीपी के आंकड़े बताते हैं कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में हमारी अर्थव्यवस्था की विकास दर 4.5% है। यह स्पष्ट रूप से अस्वीकार्य है और हमारे लोगों की उम्मीदें हैं कि यह देश प्रतिवर्ष 8-9% की दर से बढ़े और इसलिए पहली तिमाही में विकास दर में 5% की तीव्र गिरावट के बाद दूसरी तिमाही में 4.5% हो जाना वास्तव में चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि, मेरा विश्वास है कि आर्थिक नीति में बदलाव मात्र से अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने में मदद नहीं मिलेगी।
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