नई दिल्ली, 14 अक्टूबर (वीएनआई)| दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आज कहा कि दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) किराया बढ़ाने के बाद यात्रियों की संख्या की जानकारी नहीं दे रहा है।
सिसोदिया ने कहा कि प्राथमिक रपटों के अनुसार, किराया बढ़ने के बाद दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) के यात्रियों की संख्या में 65,000 की वृद्धि हुई है।उन्होंने पूछा, "अगर मेट्रो केवल दिल्ली के संभ्रांत वर्ग के लिए ही है, तो इसके लिए दिल्ली के नागरिकों द्वारा चुकाए गए कर के हजारों करोड़ रुपये का इस्तेमाल करने का क्या औचित्य है? उन्होंने पूछा कि केंद्र किराया वृद्धि की जांच क्यों नहीं होने दे रहा है।
सिसोदिया ने आज मीडिया को संबोधित करते हुए सवाल उठाया कि डीएमआरसी जैसी कंपनी को किराया बढ़ने के बाद यात्रियों का विवरण देने में क्या परेशानी है आप नेताओं ने इससे पहले दावा किया था कि किराया वृद्धि से मेट्रो यात्रियों की संख्या में कमी आएगी। सिसोदिया ने किराया वृद्धि की जांच के आदेश का जिक्र करते हुए कहा, भाजपा को इसका जवाब देना चाहिए कि उसने पिछले तीन वर्षो में ऐसा क्या किया है कि उन्हें जांच कराने में परेशानी है? इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मुख्य सचिव एम. एम. कुट्टी को मेट्रो के किराये में वृद्धि की जांच का निर्देश दिया था। लेकिन केंद्र सरकार ने इसका विरोध किया है।
केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने कुट्टी को भेजे एक पत्र में लिखा था, "राज्य सरकार को डीएमआरसी के मामलों की जांच कराने का कोई अधिकार नहीं है। दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को कहा था कि कुट्टी ने केजरीवाल के जांच के निर्देश को मानने से इनकार कर दिया। दिल्ली सरकार ने साथ ही कहा कि कुट्टी भाजपा के इशारों पर काम कर रहे हैं। सिसोदिया ने कहा कि अगर केंद्र सरकार जांच की इजाजत नहीं देती, तो दिल्ली विधानसभा द्वारा गठित समिति किराया वृद्धि के मामले की जांच करेगी। सिसोदिया ने कहा कि किसी घोटाले को छिपाने के लिए मेट्रो का किराया बढ़ाया गया है।
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