लखनऊ, 5 दिसम्बर (वीएनआई)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अधिवक्ताओं ने पीओके को लेकर दिए गए विवादित बयान के विरोध में आज जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला का पुतला फूंका और विरोध प्रदर्शन किया।
अधिवक्ताओं ने फारूक अब्दुल्ला को 'देशद्रोही' बताते हुए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। राजभवन के पास पुतला फूंकने को लेकर अधिवक्ताओं और पुलिस की थोड़ी झड़प भी हुई। बाद में अधिवक्ताओं ने हजरतगंज चौराहे पर फारूक अब्दुल्ला का पुतला फूंका और अपना विरोध जताया। लखनऊ बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष अतुल सिंह ने आज बताया, उन्होंने केंद्र सरकार से फारूक अब्दुल्ला की सरकारी सुरक्षा हटाने और सांसद पद से बर्खास्त करने की मांग की है। उनका एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की मांग करेगा। वकीलों का कहना था कि वे आगामी 19 दिसंबर को दिल्ली में फारूक अब्दुल्ला का पुतला फूकेंगे।
हाल ही में जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू एवं कश्मीर और पीओके को लेकर एक विवादित बयान दिया था, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान को परमाणु शक्ति संपन्न देश बताते हुए भारत को उससे न उलझने की नसीहत दी थी। उन्होंने कहा था कि कश्मीर मसले का हल इसी तरह हो सकता है कि जम्मू एवं कश्मीर का जो हिस्सा भारत के पास है, उसे हर पक्ष भारत का मानें और जिस हिस्से पर पाकिस्तान का कब्जा है, उसे पाकिस्तान का मान लिया जाए।
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