नई दिल्ली, 01 फरवरी, (वीएनआई) वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आज पेश किये बजट 2020 को कांग्रेस ने पूरी तरह से दिशाहीन और निराश करने वाला बताया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, इस बजट में नौकरी पैदा करने के लिए कुछ नहीं है। नौकरी पैदा करने वाले तीन सेक्टर माइनिंग, कंस्ट्रक्शन और मैन्युफैक्चरिंग हैं। इन तीनों सेक्टर के लिए इस बजट में कुछ भी नहीं है। बजट से साफ है सरकार बाजार अर्थव्यवस्था, प्रतिस्पर्धा या व्यापार बढ़ाने में विश्वास नहीं करती है। बजट में ऐसा कुछ भी नहीं है जो हमें विश्वास दिलाता है कि 2020-21 में विकास में गति आएगी। अगले साल 6 से 6.5 फीसदी की वृद्धि का दावा आश्चर्यजनक और गैर-जिम्मेदाराना है। नहीं लगता गरीबों और मध्यम वर्ग को कोई राहत मिलेगी। चिदंबरम ने आगे कहा, वित्त मंत्री ने आर्थिक सर्वेक्षण में निहित प्रत्येक सुधार विचार को एकमुश्त खारिज कर दिया है। क्या लोगों ने इस तरह के बजट के लिए भाजपा को वोट दिया है।
इससे पहले कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बजट पर कहा, मंदी और तालाबंदी इस सरकार की पहचान बन गई है। सरकार ने अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने रोजगार पैदा करने के लिए कुछ भी नहीं सोचा है। पिछली 6 तिमाहियों में विकास दर लगातार गिरकर 5 प्रतिशत से कम हो गई है। सरकार के बजट में आर्थिक चुनौतियों का सामना करने के लिए कोई विजन दिखना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं है। बजट में युवाओं के लिए तो बिल्कुल ही कुछ नहीं है।
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बजट पर कहा, भारत के सामने आज मुख्य मुद्दा बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था की हालत है। इस पर कोई केंद्रित ठोस रणनीतिक योजना इस बजट में नहीं थी। इतिहास में सबसे लंबा बजट था लेकिन इसमें कुछ था नहीं, खोखला था। गौरतलब है कांग्रेस नेता पी चिदंबरम और रणदीप सुरजेवाला ने वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के बजट पेश करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रतिक्रिया दी है। वहीं केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्त वर्ष 2020-21 का आम बजट आज पेश किया है। करीब पौने तीन घंटे के अपने बजट भाषण में वित्तमंत्री ने कई बड़े ऐलान किए हैं।
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