लखनऊ, 26 जुलाई, (वीएनआई) बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश में शिक्षा मित्रों के मानदेय बढ़ाए जाने की खबरों पर भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर यह खबर सही है तो यह कदम काफी देर से उठाया गया।
उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्वीट में लिखा, अगर यह खबर सही है कि यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले बढ़ सकता है शिक्षा मित्रों का मानदेय तो यह काफी विलम्ब से उठाया गया कदम है जो यह कार्य बहुत पहले हो जाना चाहिये था जबकि चुनाव के नजदीक ऐसे फैसले करना कांग्रेसी कल्चर रहा है जिसपर अब भाजपा भी चल रही है। जनता यह सब समझती है।
मायावती ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, बीएसपी की कार्यशैली ऐसी संकीर्ण चुनावी सोच से हमेशा अलग व पाक-साफ रही है। इसी कारण सन् 2007 में सरकार बनते ही हमने अपरकास्ट की भर्ती पर लगी रोक को तुरन्त हटाया जिससे फिर इस पूरे समाज को भरपूर लाभ हुआ तथा उन्हें यहां वर्षों बाद बड़ी संख्या में सरकारी नौकरी मिली।
गौरतलब है वर्तमान में शिक्षा मित्रों को 10 हजार रुपए मानदेय मिलता है। बेसिक शिक्षा विभाग ने सरकार को 1.46 लाख शिक्षा मित्रों को दिए जा रहे मानदेय, सरकार पर वित्तीय भार समेत पूरा ब्यौरा दे दिया है। सूत्रों के अनुसार योगी सरकार विधानसभा चुनाव से पहले शिक्षा मित्रों के मानदेय में दो से चार हजार रुपए तक की बढ़ोतरी कर सकती है।
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