गौरेला पेण्ड्रारोड, छतीसगढ, 31 मई (वेद्चंदजैन/वीएनआई) छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत प्रमोद जोगी के निधन से गम में डूबे जन समुदाय, और परिजनों ने नम ऑखों से आज यहा गगन भेदी नाद के साथ अपने प्रिय नेता को उनके पैतृक नगर गौरेला में अंतिम विदाई दी. इस से पूर्व जोगी निवास में धार्मिक परंपराओं के अनुसार प्रार्थना की गयी और अंतिम क्रिया के लिये पार्थिव देह को ताबूत में रखकर कब्रिस्तान ले जाया गया, जहाँ उनका अंतिम संस्कार किया गया. इसके पूर्व भारी तादाद में लोगों ने श्री जोगी की पत्नि विधायक डा.रेणू जोगी व उनके शोक संतप्त पुत्र अमित जोगी को ढांढस बढ़ा्या और संवेदना व्यक्त की.
अजीत जोगी का बचपन गौरेला में ही व्यतीत हुआ. इस मिट्टी से अजीज जोगी को गहरा लगाव था.उन्हें जब भी कोई उपलब्धि मिलती,सफलता पाते तो उसका संपूर्ण श्रेय गौरेला की माटी को देते थे.जब भी उनके जीवन पर संकट आया,उन्होंने हमेशा अपनी धरती को गौरेला की मिट्टी को याद किया और संकटों को पार कर गौरेला आते थे और मिट्टी का आभार मानते थे.श्री जोगी सदा कहते थे कि मेरे गांव के लोगों का आशीर्वाद उन्हें नया जीवन देता है.
श्री जोगी का गत 29 मई को रायपुर के एक अस्पताल में लंबी बीमारी से जूझने के बाद निधन हो गया था. यहा उन्हें अंतिम विदाई देने वालो में प्रदेश सरकार मंत्री जयसिंह अग्रवाल,अमरजीत भगत ,कवासी लकमा सहित विधायक धर्मजीत सिंह,देवव्रत सिंह,शैलेष पांडे सहित अनेक विधायक,पूर्व विधायक नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक बिलासपुर महापौर रामशरण यादव सहित पूरे प्रदेश के विभिन्न दलों के नेता व विशाल समुदाय मौजूद था. सुबह से ही जिला कलेक्टर डोमन सिंह पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार जोगी निवास में प्रबंधों का निरीक्षण कर रहे थे. वीएनआई
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