नयी दिल्ली, 27 दिसंबर (वीएनआई) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले और कथित सहारा डायरी मामले में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी व तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने आज एक मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दोहरा हमला बोला.इसके साथ ही ममता बनर्जी ने कहा कि ैस मुद्दे पर विपक्ष का न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाया जायेगा. ममता बनर्जी ने जहां नोटबंदी के तीन दिन शेष रह जाने पर हालात नहीं बदलने की बात कहते हुए कहा कि क्या मोदी तीन दिन बाद इस्तीफा देंगे, वहीं राहुल गांधी ने जैन डायरी का हवाला देकर कहा कि मोदी को सहारा डायरी मामले में नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए. राहुल गांधी ने कहा कि जैन डायरी में नाम का उल्लेख होने पर हमारे चार मंत्रियों व लालकृष्ण आडवाणी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. गौरतलब है कि नोटबंदी पर कॉग्रेस की पहल पर अनेक विपक्षी दलो ने जहा के मोदी सरकार के खिलाफ संघर्ष के लिए साझा न्यूनतम कार्यक्रम नहीं होने की बात कहते हुए विपक्षी दलों की इस बैठक व साझा प्रेस कान्फ्रेंस की दूरी बना ली थी.आलबत्ता ममता खास तौर पर इस बैठक मे हिस्सा लेने दिल्ली आई .वहीं, बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि राहुल जो भी आरोप लगा रहे हैं, उसमें परिवक्वता की कमी झलकती है. पार्टी ने कहा कि कॉग्रेस के साथ इस मुद्दे पर शेष विपक्ष नही है.
आज विपक्ष की बैठक व प्रेस कान्फ्रेंस को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की देखरेख में आयोजित किया गया, विपक्ष के इस साझा प्रेस कान्फ्रेंस में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस के अलावा जनता दल सेकुलर, डीएमके, राजद, जेएमएम, मुस्लिम लीग के प्रतिनिधि शामिल हुए. हालांकि राहुल व ममता बनर्जी के अलावा दूसरे दलों के प्रमुख चेहरे प्रेस कान्फ्रेंस में नजर नहीं आये.कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में नोटबंदी के मुद्दे पर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमले को लेकर फिर वार किया. उन्होंने पीएम पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को भी दोहराया.
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, " पी एम को अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई देनी चाहिए. राहुल ने कहा कि जैन डायरी में नाम का उल्लेख होने पर हमारे चार मंत्रियों व आडवाणी जी ने इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने कहा कि सहारा डायरी में पेमेंट के डिटेल दिये गये हैं. राहुल ने कहा कि मैं लगातार कहता रहा हूं कि छह प्रतिशत ही कालाधन कैश में है, इसलिए बेनामी संपत्ति पर कार्रवाई करें, इस पर दो दिन पहले प्रधानमंत्री ने रिस्पांड किया, इसी तरह बार-बार नियम बदलने पर रिस्पांड किया है कि क्यों नियम बदले.
ममता बनर्जी ने नोटबंदी पर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह आजादी के बाद देश का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार है. ममता बनर्जी ने नरेंद्र मोदी की सरकार को केयरलैश सरकार कहा. उन्होंने कहा कि विमुद्रीकरण जैसा स्कैम आजादी के बाद पहली बार हुआ है. एनपीए के नाम पर गरीब लोगों का पैसा लूटा जा रहा है. ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि उन्हें 50 दिन का समय चाहिए, 47 दिन का समय बीत गया है. तीन दिन बाकी है, तो क्या तीन दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हालात नहीं बदलने पर इस्तीफा दे देंगे.
ममता बनर्जी ने कहा कि देश आज 20 साल पीछे चला गया है. लोगों काे खाना नहीं मिल रहा है, चाय बगान बंद हो गये हैं, छोटे-मंझोले उद्योग बंद हैं, विकास कार्य बंद है.
ममता बनर्जी ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने आरबीआइ का भी काम कर दिया, यह तकनीकी तौर पर गलत है. पहले वे खुद को चाय वाला कहते थे, अब फकीर कह रहे हैं. उन्होंने मोदी से पूछा कि क्या आप तीन दिन बाद इस्तीफा देंगे. उन्होंने कहा कि ऐसा कोई जादूगर नहीं जो तीन दिन बाद जादू से पूरी स्थिति ठीक कर देगा. विमुद्रीकरण को उन्होंने बिग करप्शन बताया.
ममता बनर्जी ने कहा कि अच्छे दिन के नाम पर देश को लूट लिया. 10 करोड़ लोग आज बेरोजगार हो गये हैं. ममता बनर्जी ने कहा कि देश के हालात आज ठीक नहीं हैं. अगर सरकार कमजोर होती है तो देश कमजोर हो जाता है. मणिपुर के क्या हालात हैं, हर दिन बंद रहता है. उन्होंने नोटबंदी की तुलना इमरजेंसी से की. उन्होने कहा यह सुपर एमरर्जेंसी है
ममता बनर्जी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी लागू करने में संसद को विश्वास में नहीं लिया, न ही संसद में कोई बयान दिया. वे कम से कम अपना बयान हाउस में टेबल तो कर सकते थे. यह अनैतिक ही नहीं, असंवैधानिक भी है. ममता बनर्जी ने कहा कि लोकतंत्र में वादे को निभाना होता है, नहीं तो जनता निकाल देगी.