नई दिल्ली, 16 जून कांग्रेस ने सरकार के साथ तब तक सहयोग करने से इनकार कर दिया है, जब तक सरकार राष्ट्रपति पद के लिए किसी उम्मीदवार का नाम पेश नहीं करती।
भाजपा के वरिष्ठ मंत्री राजनाथ सिंह और एम. वेंकैया नायडू ने शुक्रवार सुबह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की थी लेकिन इस दौरान उन्होंने उम्मीदवार के नाम का खुलासा नहीं किया।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया, "उन्होंने (भाजपा नेताओं) किसी भी नाम की पेशकश नहीं की बल्कि इसके बजाए वे हमसे से नाम का सुझाव मांगने लगे। हम उम्मीद कर रहे थे कि वे कोई नाम सुझाएंगे, जिसके बाद हमारी पार्टी और अन्य पार्टियों में उस पर चर्चा होगी।"
भाजपा नेताओं ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। इस दौरान गुलाम नबी आजाद और मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद थे। दोनों नेताओं ने कहा कि जब तक सरकार पद के लिए कोई नाम नहीं सुझाती, तो सहयोग और सहमति का प्रश्न ही नहीं उठता।
आजाद ने कहा, "जब तक सरकार अपने उम्मीदवार के नाम का सुझाव नहीं देती तब तक सहयोग या सम्मति का सवाल ही नहीं उठता।"
खड़गे ने कहा, "वे सहयोग मांग रहे थे। उनके दिमाग में जरूर कुछ चल रहा है। इसलिए उन्होंेने कोई नाम नहीं सुझाया। जब तक वे नाम का खुलासा नहीं करते, तब तक सहयोग या सहमति की बात बेमानी है।"
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए राजनीतिक दलों से चर्चा के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था, जिसमें राजनाथ, वेंकैया के अलावा अरुण जेटली भी है।
राजनाथ और वेंकैया इस संबंध में माकपा महासचिव सीताराम येचुरी से भी मुलाकात करेंगे।
--आईएएनएस