दिल्ली, 2 दिसम्बर, (वीएनआई) संसद के जारी शीतकालीन सत्र के दौरान पक्ष और विपक्ष के जारी गतिरोध को समाप्त करने के लिए आज सरकार और विपक्षी दलों के बीच सहमति बन गई, जिससे संविधान को अपनाए जाने के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में इस पर चर्चा के लिए मंच तैयार हो गया है।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने मंगलवार से दोनों सदनों के सुचारू संचालन के लिए आशा व्यक्त करते हुए इन तिथियों की घोषणा की। लोकसभा में इस मामले पर 13 और 14 दिसंबर को चर्चा होनी है। उसके बाद 16 और 17 दिसंबर को राज्यसभा में चर्चा होगी। यह प्रस्ताव स्पीकर ओम बिरला की ओर से विभिन्न दलों के नेताओं के साथ बुलाई गई बैठक के दौरान आया। विपक्ष संविधान सभा की ओर से संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए दोनों संसद सदनों में चर्चा की वकालत कर रहा था। बैठक में मौजूद कई विपक्षी नेताओं ने इस भावना को साझा किया। संभल हिंसा और मणिपुर में अशांति जैसे अन्य मुद्दों को उठाने के विपक्ष के इरादे के बारे में पूछे जाने पर, रिजिजू ने कहा कि कोई भी निर्णय नियमों का पालन करते हुए लिया जाएगा।
गौरतलब है 25 नवंबर को शीतकालीन सत्र शुरू होने के बाद से, संभल हिंसा और मणिपुर में अशांति के साथ-साथ इस मुद्दे ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों में लगातार स्थगन का कारण बना है।
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