नई दिल्ली, 30 अप्रैल (अनुपमाजैन/वीएनआई) दिल्ली के ज्यादातर लोग दिल्ली सरकार की ऑड-इवन परिवहन योजना को स्थाई रूप से लागू करने के पक्ष में हैं.राजधानी मे ऑड-इवन पार्ट दो के लिये हुए एक सर्वेक्षण में यह जानकारी सामने आई है. पीएचडी चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की ओर से दिल्ली-एनसीआर के हजार से ज्यादा लोगों पर किए गए सर्वेक्षण में ज्यादातर लोगों ने इस योजना को पसंद किया और वे इसे स्थायी तौर पर लागू किये जाने के पक्षधर है पीएचडी ने एक बयान जारी कर कहा कि 'ज्यादातर प्रतिभागी इस योजना को स्थाई रूप से लागू करने के पक्ष में मिले. इस योजना के पक्ष में 10 में से 6.2 अंक मिले'. सर्वेक्षण में इस योजना के कारण लोगों के यात्रा समय में कमी आने को 10 में से 5.7 अंक मिले. सर्वेक्षण मे शामिल लोग चाहते थे कि साथ ही सरकार सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को मजबूत करे.कुछ लोगो का यह भी सुझाव था कि दफ्तरो का समय अलग अलग रखा जाये ताकि एक ही समय ट्रेफिक का जमघट नही हो.वीएनआई ने भी कुछ लोगो से इस व्यवस्था के बारे मे बातचीत की जिसमे लोगो का कहना था कि यह व्यवस्था स्थाई रूप से लागू चाहते है लेकिन साथ ही सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को मजबूत किया जाये और परिवहन के विभिन्न माध्यमो के बीच कनेक्टीविटी का बेहतर ताल मेल भी हो जिससे यात्रा मे अनावश्यक समय व्यर्थ नही हो
पीएचडी चेम्बर के महासचिव सौरभ सान्याल ने कहा कि हालांकि दिल्ली में कुछ जगहों पर ट्रैफिक में कमी देखी गई. लेकिन फिर भी कुछ इलाके ट्रैफिक जाम के शिकार रहे. दिल्ली के कुछ इलाकों में जरूरी ट्रैफिक नियमन और सड़कों की हालत सुधारने की जरूरत है. इस सर्वेक्षण में यह भी सामने आया कि अगर ऑड-इवन नियम स्थाई रूप से लागू होता है तो भी ज्यादातर लोग दूसरी कार खरीदने के पक्ष में नहीं हैं. सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था के बारे में लोगों की राय अच्छी नहीं रही. सर्वे में इसे 10 में से महज 4.3 अंक मिले. ज्यादातर लोगों (10 में 5.8 अंक) ने ऑड-इवन योजना पर अमल के दौरान यात्रा का अनुभव संतोषजनक बताया.वी एन आई