सुनील जैन ,वी एन आई ,दिल्ली 12 -12 - 2016
एक बुध्धिजीवी के लिए एटीएम यानि- A-अकाउंट में होगा T- तभी M-मिलेगा! आइये अब हम एटीएम के बारे में कुछ और जानकारी ले लेते हैं
स्वचालित गणक मशीन (आटोमेटिड टैलर मशीन, लघु:एटीएम) को आटोमेटिक बैंकिंग मशीन, कैश पाइंट, होल इन द वॉल, बैंनकोमैट जैसे नामों से यूरोप, अमेरिका व रूस आदि में जाना जाता है। यह मशीन एक ऐसा दूरसंचार नियंत्रित व कंप्यूटरीकृत उपकरण है जो ग्राहकों को फाइनेंसियल ट्रांसफर से जुड़ी सरविसेस उपलब्ध कराता है। इस फाइनेंसियल ट्रांसफर में ग्राहक को कैशियर, क्लर्क या बैंक टैलर की मदद की आवश्यकता नहीं होती है। रिटेल बैंकिंग के क्षेत्र में एटीएम बनाने का विचार समांनातर तौर जापान, स्वीडन, अमेरिका और इंग्लैंड में जन्मा और विकसित हुआ। हालांकि सबसे पहले इसका इस्तेमाल कहां शुरू हुआ यह अभी तय नहीं हो पाया है।