पटना,25सितंबर (वीएनआई)बिहार मे शराब बंदी को लेकर पक्ष विपक्ष से घिरे और शराब बंदी के लिये जुटे राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शराब के कारोबारियो को सलाह है- चर्खा कातो आमदनी बढेगी.
नीतिश ने बिहार में शराबबंदी को लेकर अलग अलग राय रखने के माहौल में खादी को बढ़ावा दिये जाने की अपील की है. राष्ट्रीय चरखा दिवस पर आयोजित समारोह में उन्होंने कहा कि कुछ लोग शराबबंदी से आहत हैं. तरह-तरह की बात करते हैं. अब कह रहे हैं कि वे बेरोजगार हो गये. उन्होने कहा " हमने तो पहले ही कहा था कि जो शराब का कारोबार कर रहे थे उन्हें दूध की दुकान दी जायेगी. जो लेना चाह रहे हैं उन्हें मिल भी रही है. शराबबंदी के इस माहौल में खादी को बढ़ावा दिया जा सकता है."
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग शराब का धंधा करते थे, उन्हें चरखा दे दें. कहे कि सूत कातो इससे अच्छी आमदनी होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज खादी रस्म अदायगी ही रह गयी है, लेकिन हम लोग चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका उपयोग करें. सरकार पूरे तौर पर मदद को तैयार है. खादी की गुणवत्ता, शुद्धता और टिकाऊपन होना चाहिए. इसे प्रचारित किया जाना चाहिए और ब्रांडिंग होनी चाहिए. 'निफ्ट' से खादी के डिजाइन तैयार किये जा रहे हैं. इससे खादी की मांग बढ़ेगी. बिहार के खादी की देश में पहचान बनेगी. डिजाइन ऐसा होगा कि देश के बाहर भी उसकी मांग बढ़ेगी. हम खुद शुद्ध खादी पहनते हैं.
नीतीश कुमार ने कहा कि गांधी जी के चंपारण सत्याग्रह का 100वां साल है. खादी उद्योग का पुनरुद्धार होना चाहिए. सरकार इसके लिए अलग से नीति भी बना रही है. खादी के संस्थानों का मनोबल ऊंचा करना होगा. मन को गिराने से काम नहीं चलेगा. सरकार की मदद से कुछ साल काम चल जायेगा, लेकिन स्वावलंबी बनना होगा. सरकार की मदद से इतना मजबूत बन जाइए कि बाद में मदद की जरूरत ही न पड़े. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने खादी के विकास में 50 करोड़ का प्रावधान रखा है. इसमें आमदनी बढ़ेगी तो लोग जुड़ेंगे. बिहार में खादी के जो सेंटर हैं, उसका लिस्ट तैयार कर स्थानीय स्तर पर समस्या का समाधान करना होगा.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि खादी के बने रेडिमेड गार्मेंट की मांग बढ़ रही है. बांग्लादेश भारत से आगे हो गया है. रेडिमेड गार्मेंट के लिए बिहार में ज्यादा गुंजाइश है. डिजाइनदार खादी के बने रेडिमेड गार्मेट भी बिकेंगे. इसकी ब्रांडिंग की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर व्यापारियों को लग गया कि खादी का बाजार बढ़ रहा है तो वे व्यापार करने में माहिर हैं. माहौल बना देंगे तो कहीं ना कहीं से लाकर उपलब्ध करा देंगे. यह उनका गुण है. मुख्यमंत्री ने कहा कि दो अक्तूबर को गांधी जयंती के अवसर पर खादी के संस्थानों में 10 प्रतिशत की छूट दी जायेगी. उन्होंने बताया कि आज कई पार्टियों की सदस्यता में साफ कहा जाता है कि वे खादी पहनेंगे.
राष्ट्रीय चरखा दिवस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार खादी के लोगो और बार कोड का लोकार्पण किया.वी एन आई