मुंबई, 21 अक्टूबर | बीते सप्ताह शेयर बाजारों में कारोबार की शुरुआत सकारात्मक हुई, क्योंकि विश्व मुद्रा कोष (आईएमएफ) प्रमुख ने भारतीय अर्थव्यवस्था के बेहतर प्रदर्शन का अनुमान जताया, जिससे निवेशकों का मनोबल बढ़ा।
शेयर बाजार दिवाली पर लक्ष्मी पूजन के कारण गुरुवार को तथा दिवाली बालिप्रतिपदा के कारण शुक्रवार को बंद रहे। हालांकि दिवाली के दिन गुरुवार को मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए शाम 6.30 से 7.30 बजे तक बाजार खुले रहे। बुधवार को समाप्त सप्ताह में साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ऊंचाई पर बंद हुए। सेंसेक्स 151.66 अंकों या 0.47 फीसदी की तेजी के साथ 32,584.35 पर तथा निफ्टी 43.40 अंकों या 0.43 फीसदी की तेजी के साथ 10,210.85 पर बंद हुआ। बीएसई का मिडकैप सूचकांक 149.29 अंकों या 0.94 फीसदी की तेजी के साथ 16,115.98 पर तथा स्मॉलकैप सूचकांक 137.73 अंकों या 0.81 फीसदी की तेजी के साथ 17,063.39 पर बंद हुआ।
सोमवार को ट्रेडिंग की सकारात्मक शुरुआत हुई और सेंसेक्स 200.95 अंकों या 0.62 फीसदी की तेजी के साथ 32,633.64 पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी 63.40 अंकों या 0.62 फीसदी की तेजी के साथ 10,230.85 पर बंद हुआ। मंगलवार को सेंसेक्स में गिरावट दर्ज की गई और यह 24.48 अंकों या 0.08 फीसदी की गिरावट के साथ 32,609.16 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 3.60 अंकों या 0.04 फीसदी की तेजी के साथ 10,234.45 पर बंद हुआ। बुधवार को सेंसेक्स 24.81 अंकों या 0.08 फीसदी की गिरावट के साथ 32,584.35 पर तथा निफ्टी 23.60 अंकों या 0.23 फीसदी की गिरावट के साथ 10,210.85 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे- भारती एयरटेल (7.19 फीसदी), रिलायंस (4.23 फीसदी), पॉवरग्रिड (3.67 फीसदी), बजाज ऑटो (1.91 फीसदी), महिंद्रा एंड महिंद्रा (3.39 फीसदी), टाटा मोटर्स (2.14 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (0.87 फीसदी), कोटक महिंद्रा बैंक (1.39 फीसदी), सिप्ला (3.14 फीसदी), सन फार्मा (1.06 फीसदी), डॉ. रेड्डी (1.40 फीसदी), विप्रो (1.10 फीसदी) और टीसीएस (1.26 फीसदी)। वहीं, गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे - हीरो मोटोकॉर्प (0.17 फीसदी), मारुति सुजुकी (1.05 फीसदी), एक्सिस बैंक (12.30 फीसदी), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (3.27 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (3.08 फीसदी), ल्यूपिन (1.18 फीसदी) और इंफोसिस (0.80 फीसदी)। व्यापक आर्थिक आंकड़ों में, खाद्य पदार्थो की कीमतों में नरमी से देश के थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति की सालाना दर सितंबर में घटकर 2.6 फीसदी पर रही।
वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, साल 2011-12 के संशोधित आधार वर्ष के हिसाब से डब्ल्यूपीआई अगस्त में घटकर 3.24 फीसदी रही थी। वहीं, साल 2016 के सितंबर में डब्ल्यूपीआई की दर 1.36 फीसदी थी। बयान में कहा गया, "डब्ल्यूपीआई खाद्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की दर, जिसमें प्राथमिक सामग्री समूह से 'खाद्य सामग्री' और विनिर्मित उत्पाद समूह के 'खाद्य उत्पाद' अगस्त में 4.41 फीसदी पर थी, जो सितंबर में घटकर 1.99 फीसदी रही।" इसमें कहा गया, "खाने-पीने की चीजों का सूचकांक पिछले महीने घटकर 4 फीसदी पर आ गया, जिसमें फलों और सब्जियों (15 फीसदी), पान की पत्तियां (6 फीसदी), रागी (4 फीसदी), बाजरा (3 फीसदी), पोर्क, मक्का और चाय (2 फीसदी) और चिकन (1 फीसदी) के दाम में इसके पिछले महीनों की तुलना में गिरावट दर्ज की गई।"
थोक कीमतें जुलाई में बढ़कर 1.88 फीसदी पर रही थीं, जबकि जून में यह 0.90 फीसदी थी। मई में यह 2.26 फीसदी थी। गैर खाद्य पदार्थो के सूचकांक में सितंबर में 0.2 फीसदी की मामूली गिरावट दर्ज की गई। वहीं, देश का निर्यात इस साल सितंबर में बढ़कर 28.61 अरब डॉलर रहा, जबकि अगस्त में यह 23.81 अरब डॉलर और पिछले साल के सितंबर में 22.77 अरब डॉलर थी। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के मुताबिक सितंबर में साल-दर-साल आधार पर निर्यात में 25.67 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई और पिछले साल के सितंबर के 22.77 अरब डॉलर से बढ़कर इस साल यह 28.61 अरब डॉलर हो गई। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "पिछले 13 महीनों से निर्यात में अच्छा प्रदर्शन रहा है और सितंबर के दौरान इसमें 25.67 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। डॉलर में संदर्भ में इसका मूल्य 2861.34 करोड़ डॉलर रहा, जबकि साल 2016 के सितंबर में यह 2276.35 करोड़ डॉलर थी।"हालांकि सितंबर में देश का आयात भी 18.09 फीसदी बढ़कर 37.60 अरब डॉलर का हो गया, जो कि एक साल पहले की समान अवधि में 31.84 अरब डॉलर थी। --आईएएनएस
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