मुंबई, 9 सितंबर | बीते सप्ताह शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई, जिसका प्रमुख कारण अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच जारी भूराजनैतिक तनाव रहा। इस दौरान उत्तर कोरिया लगातार हमले की धमकी देता रहा, तो जवाब में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी जवाबी हमले की धमकी दी। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) का कहना है कि 5 सितंबर पूरे देश में सामान्य से 5 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। देश की 70 फीसदी खेती अभी भी बारिश पर ही निर्भर है, इसलिए मॉनसून की चाल पर निवेशकों की नजर बनी हुई है।
साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 204.71 अंकों या 0.64 फीसदी की गिरावट के साथ 31,687.52 पर तथा निफ्टी 39.60 अंकों या 0.39 फीसदी की गिरावट के साथ 9,934.80 पर बंद हुआ। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.43 फीसदी और स्मॉलकैप सूचकांक में 1.15 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। सोमवार को कमजोर वैश्विक संकेतों के कारण सेंसेक्स में 189.98 अंकों या 0.6 फीसदी की गिरावट के साथ 31,702.25 पर बंद हुआ। मंगलवार को यूरोपीय बाजारों के सकारात्मक रूख को देखते हुए सेंसेक्स 107.30 अंकों या 0.34 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 31.809.55 पर बंद हुआ। बुधवार को सेंसेक्स में 147.58 अंकों या 0.46 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और 31,661.97 पर बंद हुआ। गुरुवार को सेंसेक्स 0.77 अंको की मामूली वृद्धि के साथ 31,662.74 पर बंद हुआ, जबकि सुक्रवार को सेंसेक्स 24.78 अंकों या 0.08 फीसदी की तेजी के साथ 31,687.52 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 शेयरों में केवल 9 में तेजी रही।
इस सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे- एचडीएफसी बैंक (1.11 फीसदी), कोटक महिंद्रा बैंक (1.41 फीसदी), कोल इंडिया (6.75 फीसदी), विप्रो (1.21 फीसदी), लार्सन एंड टूब्रो (2.86 फीसदी), मारुति सुजुकी इंडिया (2.05 फीसदी) और ओएनजीसी (1.25 फीसदी)। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे - डॉ. रेड्डी (2.64 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (2.08 फीसदी), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (2.07 फीसदी), एक्सिस बैंक (2.84 फीसदी), ल्यूपिन (2.55 फीसदी), अडाणी पोर्ट्स (2.52 फीसदी), भारती एयरटेल (4.37 फीसदी), महिंद्रा एंड महिंद्रा (4.01 फीसदी), टाटा मोटर्स (4.01 फीसदी), आईटीसी (3.93 फीसदी), इंफोसिस (3.88 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (2.63 फीसदी) और पॉवरग्रिड (1.59 फीसदी)।
राजनैतिक मोर्चे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल का रविवार को विस्तार किय, जिसमें 9 नए राज्यमंत्री बनाए, जबकि चार मंत्रियों का ओहदा बढ़ाकर कैबिनेट रैंक का किया गया। इनमें निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल, धमेंद्र प्रधान और मुख्तार अब्बास नकबी का ओहदा बढ़ा कर कैबिनेट मंत्री बनाया गया। निर्मला सीतारमण को रक्षा मंत्री बनाया गया है। पीयूष गोयल के रेल मंत्रालय के साथ कोयला मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। सुरेश प्रभु को वाणिज्य मंत्री बनाया गया है। व्यापक आर्थिक आंकड़ों के मोर्चे पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू होने के बाद से अगस्त में लगातार दूसरे महीने सेवा क्षेत्र का प्रदर्शन कमजोर रहा।
प्रमुख व्यापक आर्थिक आंकड़ों से मंगलवार को यह जानकारी मिली। मौसमी रूप से समायोजित निक्केई इंडिया सर्विसेज पीएमआई बिजनेस एक्टिविटी सूचकांक के मुताबिक, पिछले महीने गिरावट की रफ्तार जुलाई की तुलना में कम रही, जब उत्पादन साल 2013 के बाद से अपने निम्नतम स्तर तक गिर गया था। मौसमी समायोजित सूचकांक अगस्त में 47.5 रहा, जबकि जुलाई में यह 45.9 था। इस सूचकांक में 50 से ऊपर का अंक आर्थिक गतिविधि में समग्र वृद्धि का और 50 से कम समग्र कमी का संकेत है। देश के विनिर्माण क्षेत्र की सेहत में अगस्त में सुधार देखा गया है, जिसका प्रमुख कारण नए आर्डर, उत्पादन और रोजगार में आई तेजी है। प्रमुख व्यापक आर्थिक आंकड़ों से शुक्रवार को यह जानकारी मिली। निक्केई इंडिया मैन्युफैक्च रिंग पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई), जो कि विनिर्माण क्षेत्र के प्रदर्शन का समग्र संकेतक है, अगस्त में 51.2 पर रहा, जबकि जुलाई में 47.9 पर था। इसमें आई तेजी इस क्षेत्र में सुधार का संकेत है।
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