सोलन, 21 मई (वीएनआई)| राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने आज कहा कि शिक्षा का लक्ष्य सामान्य रूप से नौकरी हासिल करने तक सीमित नहीं होना चाहिए। छात्र अपने शिक्षा व कौशल का इस्तेमाल कर अपना उद्यम शुरू कर सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश के नौनी के पास डॉ. वाई.एस.परमार बागवानी व वानिकी विश्वविद्यालय के 9वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि देश की शीर्ष प्राथमिकता ग्रामीण भारत का विकास व किसानों की आय बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि फल और सब्जी प्रसंस्करण के क्षेत्र में बहुत अधिक संभावना है। विश्वविद्यालय के स्नातक अपने ज्ञान और उद्यम के साथ देश-विदेश में उपभोक्ताओं को बेहतर खाद्य उत्पाद प्राप्त करने और किसानों को उनके उत्पादन का बेहतर मूल्य प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं। उन्होंने छात्रों से कृषि क्षेत्र में अपना व्यापार लगाने के लिए केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं व पहलों का फायदा उठाने का आग्रह किया।
राष्ट्रपति ने उल्लेख किया कि विश्वविद्यालय को एशिया का पहला बागवानी विश्वविद्यालय होने का सम्मान मिला है। उन्होंने कहा कि वानिकी व बागवानी में शोध हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी क्षेत्र के किसानों के लिए विशेष महत्व का है। विश्वविद्यालय ने बीते तीन दशकों में राज्य में बागवानी और वानिकी की उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। राष्ट्रपति ने कृषि क्षेत्र में अपनी शिक्षा का चुनाव करने के लिए छात्रों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि वह मानते हैं कि इस विश्वविद्यालय का हर छात्र व शिक्षक हिमाचल प्रदेश व देश के अन्य भागों के किसानों का एक तकनीकी रूप से लैस दोस्त व साझीदार होगा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पांच दिवसीय प्रवास पर इस समय पहाड़ी राज्य में हैं।
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