नई दिल्ली, 29 जुलाई, (वीएनआई) प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मासिक कार्यक्रम मन की बात' में देशवासियों को संबोधित करते हुए मौसम को लेकर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि मनुष्य ही है जिसने प्रकृति से संघर्ष का रास्ता चुन लिया और उसी का नतीज़ा है कि कभी-कभी प्रकृति हम पर रूठ जाती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने 46वें 'मन की बात' कार्यक्रम में थाइलैंड में गुफा में फंसे रहे बच्चों के संघर्ष से भी प्रेरणा लेने की बात कही। इसके अलावा पीएम ने हिंदी कवि गोपालदास नीरज के निधन पर भी शोक व्यक्त किया। साथ ही खेलों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले भारतीयों की भी जमकर तारीफ की। मोदी ने कहा, 'इन दिनों बहुत से स्थान पर अच्छी वर्षा की खबरें आ रही हैं। कहीं-कहीं पर अधिक वर्षा के कारण चिन्ता की भी खबर आ रही है और कुछ स्थानों पर अभी भी लोग वर्षा की प्रतीक्षा कर रहे हैं। मोदी ने थाइलैंड की घटना का जिक्र करते हुए कहा, 'पिछले दिनों एक प्राकृतिक आपदा की घटना ने पूरे विश्व का ध्यान आकर्षित किया।थाइलैंड में 12 किशोर फुटबॉल खिलाड़ियों की टीम और उनके कोच घूमने के लिए गुफा में गए। अचानक भारी बारिश के कारण गुफा के द्वार के पास काफी पानी जम गया। कोई रास्ता न मिलने के कारण 18 दिन तक उन्हें गुफा में ही रहना पड़ा। अगर बचाव कार्य समय पर नहीं हुआ तो मॉनसून में उन्हें कुछ महीनों तक निकालना संभव नहीं होता।
प्रधानमंत्री मोदी ने कवि गोपालदास नीरज के निधन पर भी शोक व्यक्त करते हुए कहा, पिछले दिनों हमारे देश के प्रिय कवि नीरज जी हमें छोड़कर के चले गए। नीरज जी की एक विशेषता थी - आशा, भरोसा, दृढसंकल्प, स्वयं पर विश्वास। हम हिन्दुस्तानियों को भी नीरज जी की हर बात बहुत ताकत दे सकती है, प्रेरणा दे सकती है। प्रधानमंत्री ने आगे तकनीक का इस्तेमाल कर रहे युवाओ की तारीफ करते हुए कहा रायबरेली के दो आईटी प्रफेशनल्स, योगेश साहू जी और रजनीश बाजपेयी जी ने अपने स्किल्स का उपयोग करते हुए मिलकर एक स्मार्ट गांव ऐप तैयार किया है। ये ऐप न केवल गांव के लोगों को पूरी दुनिया से जोड़ रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि फिनलैंड में चल रही जूनियर अंडर-20 विश्व एथेलेटिक्स चैम्पियनशिप में 400 मीटर की दौड़, उस स्पर्धा में भारत की बहादुर बेटी और किसान पुत्री हिमा दास ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है।
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