नई दिल्ली, 12 अगस्त, (वीएनआई) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा भीड़ की हिंसा एक अपराध है, भले ही इसके पीछे कोई भी उद्देश्य हो। कोई भी व्यक्ति, किसी भी हालात में, कानून अपने हाथ में नहीं ले सकता और हिंसा नहीं कर सकता।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक निजी समाचार को दिए अपने एक साक्षात्कार में अगले आम चुनाव, असम विवाद, भीड़ की हिंसा, सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर लगाम, युवाओं की शिक्षा और रोजगार तमाम मुद्दों पर विस्तार से बात की। प्रधानमंत्री मोदी ने असम के एनआरसी मुद्दों को लेकर विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि वह देश को आश्वस्त करना चाहते हैं कि किसी भी नागरिक को देश नहीं छोड़ना होगा। प्रधानमंत्री ने रोजगार पर जवाब देते हुए कहा कि अकेले पिछले साल एक करोड़ से अधिक रोजगार का सृजन हुआ है। मोदी ने साथ राहुल गांधी और ममता पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने गुजरात चुनावों के दौरान जीएसटी पर लोगों को भड़काने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन उन्हें क्यों खारिज कर दिया गया?
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा मैं कामदार हूं। मेरी इस देश के नामदारों से कोई तुलना नहीं जिनकी अपनी एक अलग ही शैली है। जो तय करते हैं कि किससे घृणा करनी है, कब घृणा करनी है और किससे प्रेम करना है और कैसे इसे दिखाना है। ऐसे में, मेरे जैसा कामदार क्या कह सकता है? प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर में पीडीपी-बीजेपी गठबंधन टूटने के सवाल पर कहा मुफ्ती साहब के दुखद निधन के बाद लोगों की अपेक्षाओं को पूरा करने में बाधाएं आने लगी। इसलिए हमने सत्ता से बाहर होने का फैसला लिया। उन्होंने आरक्षण के मुद्दे पर कहा आरक्षण को लेकर कोई संदेह नहीं होना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में राहुल गांधी द्वारा गले लगाए जाने के मामले में कहा कि यह आपके ऊपर है कि आप इसे बचकानी हरकत मानते हैं या नहीं। अगर आप फैसला नहीं कर पा रहें हैं तो राहुल गांधी का वह आंख मारना देखिए आपको जवाब मिल जाएगा। उन्होंने राहुल गांधी द्वारा GST को 'गब्बर सिंह टैक्स' कहे जाने पर कहा गुजरात चुनाव के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने लोगों को जीएसटी के खिलाफ भड़काने की पूरी कोशिश की लेकिन लोगों ने उन्हें स्वीकार नहीं किया। मोदी ने रोजगार के मुद्दे पर हमलावर हो रहे विपक्ष पर भी निशाना साधा। पीएम कहा कि केवल पिछले साल में ही एक करोड़ से अधिक नौकरियां दी गई हैं। उन्होंने कहा कि अब 'नौकरियां नहीं दी गईं' के अभियान पर रोक लगनी चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोप पर कि वे महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार और मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर कुछ नहीं बोलते पर कहा कि हमारी पार्टी और मैंने इन मुद्दों पर कई मौकों पर बोला है कि हम ऐसी मानसिकता और कार्यों के खिलाफ हैं। महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार और मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर पीएम ने कहा कि हर घटना दुखद होती है। हर किसी को राजनीति से ऊपर उठकर समाज में शांति और एकता पर ध्यान देना चाहिए।
No comments found. Be a first comment here!