नई दिल्ली,23 जुलाई(वीएनआई) मशहूर चित्रकार सैयद हैदर रजा का आज दिल्ली में निधन हो गया। वे 94 साल के थे। रजा पिछले कुछ दिनों से बीमार थे। रंगों के इस्तेमाल और ऑयल पेंटिंग्स के नए ्नय प्रयोगो के कारण उन्होने अंतर राष्ट्रीय ख्याति हासिल की
शुरुआती दौर में कठिन संघर्ष करने वाले रजा विश्व के सफलतम चित्रकारों में गिने जाते हैं। छह साल पहले उनकी एक पेंटिंग 'सौराष्ट्र' लगभग साढ़े सोलह करोड़ रुपये में नीलाम हुई थी। रजा का जन्म मध्य प्रदेश के मांडला जिले में 22 फरवरी, 1922 में हुआ। उनके पिता का नाम सैयद मोहम्मद रजी और माता का नाम ताहिरा बेगम था। उनके पिता मांडला जिले में वन अधिकारी थे।उनका अंतिम संस्कार मध्यप्रदेश के मंडला में ही किया जायेगा.
50 के दशक में ही वे फ्रांस चले गए थे। कुछ साल पहले ही भारत लौटे थे। पिछले साल ही उन्हें फ्रांस के सर्वोच्य नागरिक सम्मान ‘लीज़न ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया गया था.
आधुनिक चित्रकला में माहिर रज़ा को भारत सरकार ने पद्मश्री, पद्मभूषण तथा पद्मविभूषण से नवाज़ा था. पिछले साल ही उन्हें फ्रांस के सर्वोच्य नागरिक सम्मान ‘लीज़न ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया गया था.रजा को 1981 में पद्मश्री और ललित कला अकादमी की रत्न सदस्यता जैसे सम्मान मिले थे।2007 में उन्हें पद्मभूषण। 2013 में भारत का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्मविभूषण मिला था। इन्हें एस. एच. रज़ा के नाम से भी जाना जाता था। उनकी ज्यादातर पेंटिंग ऑयल कलर या एक्रेलिक में बनी हैं। उनमें रंगों का इस्तेमाल अधिक हुआ है। रजा ने 12 साल की उम्र में पेंटिंग सीखने की शुरुआत की थी। वी एन आई