नई दिल्ली, 4 जनवरी (वीएनआई)। भारत के 44वें प्रधान न्यायधीश के रूप में न्यायमूर्ति जगदीश सिंह खेहर ने आज शपथ ली। राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह मे उन्हें शपथ राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने दिलायी.रखा गया था जिसमें उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई मंत्री पहुंचे. न्यायमूर्ति खेहर न्यायमूर्ति तीरथ सिंह ठाकुर के स्थान पर इस पद पर नियुक्त हुए हैं
जस्टिस खेहर ने साल 2011 के सितंबर माह में सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में शपथ ग्रहण की थी.उनका कार्यकाल मात्र सात महीने का है और वे 28 अगस्त 2017 को रिटायर हो जाएंगे.
जस्टिस खेहर को उनके फैसलों के लिए पहचाना जाता है. खासतौर पर उन फैसलों के लिए जो उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में सुनाए हैंसाल 2011 के सितंबर में सुप्रीम कोर्ट में शुरू हुआ उनका कार्यकाल भी काफी चर्चा में रहा है. सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर दिए गए उनके फैसलों ने हमेशा सुर्खियों बटोरी हैं. जैसे 2-जी स्पेक्ट्रम का मामला जिसमें सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष 'प्रेसिडेंशियल रेफरेंस' की एक याचिका दायर की थी. जस्टिस खेहर की खंडपीठ ने याचिका की सुनवाई के दौरान सरकार को सचेत करते हुए कहा कि प्राकृतिक संसाधनों को खैरात में नहीं दिया जा सकता.
गौरतलब है न्यायमूर्ति खेहर की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों वाली संविधान पीठ ने 16 अक्टूबर को 99वें संविधान संशोधन कानून और राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति कानून 2014 को 'असंवैधानिक' करार दिया था। उस संविधान पीठ के फैसले को न्यायमूर्ति खेहर ने ही लिखा था।