लंदन,14 मई(अनुपमाजैन/वीएनआई)उंची एड़ी नही पहनने पर यहा की एक महिला रिसेपशनिस्ट को नियोक्ताओ ने घर तो वापस भेज दिया, लेकिन उन्हे अब जबाव देना होगा कि बिना उंची एड़ी के जूता पहनने से उनका काम कमतर कैसे हो जाता है, ऐसा जूता पहनने से कैसे वे इस जॉब को करने लायक़ नहीं हों जाती है
लंदन की एक रिसेप्शनिस्ट को ऊंची एड़ी की सैंडल पहनने से मना करने पर अॉफ़िस से घर तो वापस भेज दिया गया, लेकिन अब सरकार और नियोक्ता को इस मामल मे तलब किया गया है
यहा की 27 वर्षीय अस्थाई कर्मचारी को अपनी कंपनी के कार्यालय मे पहुंचने पर उनसे कहा गया कि उन्हें दो से चार इंच की ऊंची एड़ी के जूते पहनने पड़ेंगे.
जब उन्होंने इससे इंकार किया और शिकायत की कि उनके पुरुष साथियों को ऐसा ही करने के लिए नहीं कहा गया, तो उन्हें बग़ैर वेतन के घर भेज दिया गया.उन्हे नियुक्त करने वाली कंपनी ने कहा कि उन्होने "वेशभूषा दिशा-निर्देशों पर हस्ताक्षर किए" लेकिन इस घटनाक्रम के बाद अब वे उनकी समीक्षा करेंगे.
इस युवती ने कहा कि उन्हें ऊंची एड़ी की सैंडल में पूरे दिन काम करने में कठिनाई होगी और वह फ़्लैट जूते पहनने के लिए पूछ चुकी थी.लेकिन इसकी जगह बीते दिसंबर अॉफ़िस के पहले दिन उन्हें कहा गया कि उन्हें जाना चाहिए और अपने लिए एक जोड़ी ऊंची एड़ी की सैंडल ख़रीदनी चाहिए.जब उन्होने अपने वरिषठो से इस बाबत पूछा तो कोई संतोषजनक उत्तर नही मिल् पाया
तब से ही उन्होंने एक याचिका डाल कर क़ानून परिवर्तित करने को कहा है जिससे कि महिलाओं को काम की जगह में ऊँची एड़ी के जूते पहनने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता है.
इस याचिका पर यह 10,000 से अधिक हस्ताक्षर हुए हैं, इसलिए सरकार को अब जवाब देना होगा.वी एन आई