नई दिल्ली,30जुलाई (अर्चनाउमेश/वीएनआई)अनिद्रा यानि नींद नही आना . अगर यह किसी बड़े रोग से जुड़ा नही है तो इसके लाने के लिए कई आसान से घरेलू उपाय भी हैं। योग उनमें से एक उपाय है। पश्चिमी देशों में संगीत को महत्व दिया गया है। अनिद्रा दूर करने का एक तरीका ध्यान भी है। सुबह और शाम लगभग 20 मिनट तक किए गए योगासनों के जरिए शरीर को उतना ही लाभ पहुंचाया जा सकता है, जितना आठ घंटे की नींद लेने से होता है। योगासन हमारे शरीर के तंत्रिका तंत्र को सक्रिय बनाते हैं। ये तनाव से राहत दिलाने में मदद करते हैं, जोकि अनिद्रा का सबसे आम कारण है। शवासन एक ऐसी मुद्रा है जो हमें तनाव से मुक्त कर अनिद्रा से छुटकारा पाने में मदद करती है। इसे केवल 20 मिनट कीजिये, आपको अवश्य ही आराम मिलेगा.
इस परेशानी में दूध का सेवन बहुत लाभकारी होता है। आयुर्वेद के अनुसार रात को सोने से पहले एक गिलास गुनगुना दूध पीएं, इससे शरीर को तुरंत शक्ति प्राप्त होती है। जिससे शरीर में स्फूर्ति आती है। मस्तिष्क तरोताजा हो जाता है परिणामस्वरूप नींद आसानी से आ जाती है।
मीठे पदार्थो का सेवन नींद लाने में सहायक होता है। रोजाना रात को सोने से पहले पचास ग्राम गुड़ या कोई मीठी चीज खाने से अनिद्रा रोग का नाश होता है लेकिन मधुमेह के मरीजों को ये प्रयोग नहीं करना चाहिए।
प्याज को भूनकर उसे पीसकर रस निकाल लीजिए और दो बड़े चम्मच रस नियमित पीजिए, इससे नींद न आने की शिकायत दूर हो जाती है। इसी तरह गाजर का रस भी अनिद्रा से निबटने का एक कारगर तरीका बताया जाता है सोने से पहले रात को इक सेब का मुरब्बा गरम दूध के साथ लेंना भी अनिद्रा को भगानेमे सहायक होता है.
तीन ग्राम ताज़े पोदीने के पत्ते 200 ग्राम पानी में 2 मिनिट तक उबालने के बाद छान लें.इसमें दो चम्मच शहद मिलाकर गुनगुना गुनगुना रात को सोने से पहले पी जाएँ. 3-4 हफ्ते इसे आजमायें फिर देखिये.
सोने से करीब दो घंटे पहले रात का भोजन करना चाहिए। कभी भी खाना खाकर तुरंत नहीं सोना चाहिए और ना ही भारी-भरकम भोजन करना चाहिए, हमेशा रात का खाना हल्का होना चाहिए।
सुबह जल्दी उठकर किसी पार्क में घुमने जाएं, योगा करें। सुबह की धूप के नियमित सेवन से मिलैटोनिन नामक हारमोन के निर्माण में वृद्धि होती है, जो गहरी नींद में सहायक होता है। दोपहर के बाद चाय-काफी न लें। जिन लोगों को नींद न आने की परेशानी होती हैं वे लोग कैफीन के प्रति संवेदनशील होने के कारण चाय-काफी पीने से बचते हैं और अगर कहीं यह परेशानी आप को भी है तो आप भी इससे बचें।िसके अलावा ये कुछ बाते भी ध्यान रखे-
सोने के कमरे को शांत व अंधकारमय रखना ।
सोने व उठने की नियमित दिनचर्या बनाना।
शयन के समय शवासन का नियमित अभ्यास।
सोते समय सकारात्मक विचारों द्वारा मन को शांत रखना।
सोने से पहले हाथ, पैर धोयें या स्नान कर लें। वी एन आई