नई दिल्ली, 28 सितम्बर, (वीएनआई) उपराष्ट्रपति वेकैंया नायडू ने भाषा पर बात करते हुए कहा है कि 'अंग्रेजी दिमाग' एक बीमारी है न कि भाषा। उन्होंने कहा कि देश को अपनी समृ्द्ध विरासत पर गर्व होना चाहिए।
गौरतलब है मीडिया के कुछ हिस्सों ने कथित तौर पर कहा था था कि नायडू ने नई दिल्ली में आयोजित हिंदी दिवस समारोह के दौरान कहा था कि अंग्रेजी एक बीमारी है जिसे अंग्रेज छोड़कर चले गए हैं। उपराष्ट्रपति अपने इस बयान पर कहा है कि कहीं मैं अपनी मातृभाषा की रक्षा और उसको प्रोत्साहित करने के बारे में बात कर रहा था तो मीडिया के कुछ वर्गों ने लिखा था कि मैंने कहा है कि अंग्रेजी एक बीमारी है। जबकि मैंने ऐसा कहा ही नहीं कि अंग्रेजी एक बीमारी है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि अंग्रेजी एक बीमारी नहीं है लेकिन इंग्लिश माइंड जरूर एक बीमारी है। जो अंग्रेजों से हमे विरासत में मिला है।
उपराष्ट्रपति नायडू ने एनआईटी गोवा के चौथे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा अंग्रेजों ने छोड़ा जरूर है लेकिन उन्होंने एक जटिल बना दिया है। नायडू ने कहा कि अंग्रेजों का यह मानना है कि ब्रिटिशर महान है, विदेशी महान हैं, हम कुछ नहीं है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमें इस मानसिकता से बाहर आना चाहिए। हमें अपनी विरासत, हमारे अतीत और इस देश के महान नेताओं पर गर्व करना चाहिए।
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