नई दिल्ली, 11 जनवरी, (वीएनआई) पूर्व सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा ने फायर एंड सेफ्टी के डीजी के तौर पर नई जिम्मेदारी लेने से इनकार करते हुए नौकरी से इस्तीफा भी दे दिया है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली उच्चाधिकार प्राप्त समिति ने बीते गुरुवार को 2-1 के बहुमत के फैसले से वर्मा को सीबीआई डायरेक्टर पद से हटा दिया और उनका सीबीआई से बाहर तबादला कर दिया था। इससे पहले अलोक वर्मा और सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना दोनों ने एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। यह विवाद इतना बढ़ा कि सरकार ने दोनों अफसरों को जबरन छुट्टी पर भेज दिया था।
वहीं इस्तीफे के बाद अलोक वर्मा ने एक बयान में कहा है कि, प्राकृतिक न्याय तबाह हो गया और पूरी प्रक्रिया सिर्फ इसलिए उलट दी गई कि मुझे डायरेक्टर पद से हटाना है। उन्होंने कहा कि, डीजी फायर सर्विस के तौर पर काम करने हिसाब से मेरी उम्र हो गई है। वर्मा ने सीवीसी रिपोर्ट और प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाले पैनल पर भी सवाल खड़े किए हैं। गौरतलब है अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश काडर से 1979 बैच के आईपीएस ऑफिसर आलोक वर्मा सीबीआई के 27वें डायरेक्टर थे। वह दिल्ली पुलिस के कमिश्नर भी रह चुके थे। 31 जनवरी को वह रिटायर होने वाले थे। वर्मा 1 फरवरी 2017 को सीबीआई डायरेक्टर बने थे।
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