पेरिस,30 जून (अनुपमाजैन/वीएनआई )ट्यूनीशिया के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी पिता, रास्ता भटक कर आतंकी गुट 'आई इस' में शामिल हो गए अपने युवा बेटे को वापस लाने इस्तांबुल गए थे लेकिन इस्तांबुल हवाई अड़डे पर परसो पिता उसी आई इस के आतंकी हमले में मारे गए , जिसमे शामिल होने के लिए उनका इकलौताबेटा कभी बेटा घर बार अपनो को छोड कर उसमे शामिल हो गया था..
पिता फती बउध ट्यूनीशिया की सेना में डॉक्टर थे . लगभग एक वर्ष से गायब २६ वर्षीय बेटे अनोर की तलाश में जुटे पिता को कुछ समय पूर्व बेटे के बारे में तुर्की स्थित ट्यूनीशिया दूतावास से उन्हें खबर मिली कि तुर्की अधिकारियों ने अनोर को सीरिया की सीमा से लगे एक शहर से गिरफ्तार किया है, उन्होंने अपनी डॉक्टर पत्नी को फ़ौरन टुनिशिया में यह खबर दी. पति पत्नी ने फैसला किया कि वे दोनों इस्तांबुल हवाई अड़डे पर मिलेंगे जहां से वे फिर बेटे से मिलने जायेंगे ताकि किसी तरह से अनोर को घर वापस लाया जा सके.
पिता इस्तांबुल हवाई अड्डे पर पत्नी का इंतजार कर रहे थे तभी आतंकी विस्फोट हुआ और पिता वही मारे गए.परिवार के एक मित्र के अनुसार अनोर माता पिता से यह कह करगया था की वह स्विट्जरलेंड मे डॉक्टरी की इंटर्न्शिप करने जा रहा है,उन्हें पता ही नही था की वह आई इस में शामिल होने जा रहा है और स्विटजरलेंड कभी गया ही नही.माता पिता को जब पता चला तो वे बुरी तरह से टूट गए. परिवार के अनुसार जबअनोर सीरिया पहुंचा तो उसे लगा यह वो काम नहीं है जिसके लिए उसने घर बार सब छोड़ा, लगभग माह पूर्व उसने अपने मातापिता को अचानक फोन किया और कहा कि वह घर वापस लौटना चाहता है और बाद मे उसने तुर्की अधिकारियों के समक्ष आत्म समर्पणभी करदिया और पिता का इंतजार करने लगा लेकिन वह इंतजार इंतजार ही रहा जिस आई इस में शामिल होने के लिएउसने घरबार अपनो को छेड़ा उसी की आतंकी हमलों में उसके पिता मारेगए. उसके परिजनों के अनुसार पिता को जब पता चला की बेटा आतंकी गुट आई इस में शामिल होगया तो वी बुरी तरह से टूट गए लेकिन उन्हें उम्मीद थी की वे एक दिन उसे वापस घर ले आयेंगे.वी एन आई