दुबई/नई दिल्ली, 5 जून (वीएनआई) सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, मिस्त्र और यमन द्वारा कतर से राजनयिक संबंध खत्म करने के बाद आज कच्चे तेल के शेयरों में खाड़ी देशों में गिरावट आई है। जबकि कच्चे तेल की कीमतों में एक फीसदी से अधिक वृद्धि हुई है।
एक समाचार एजेंसी के मुताबिक, बाजार ने खाड़ी देश के इस राजनीतिक तनाव पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और तेल की कीमतें 1.04 फीसदी बढ़कर 50.47 बैरल पर पहुंच गईं। दोहा में कतर शेयर बाजार का सूचकांक 7.94 फीसदी गिरकर 9,135 पर आ गया, जो 18 महीने का सबसे निचला स्तर है। संयुक्त अरब अमीरात में दुबई शेयर बाजार के सूचकांक डीएफएम में बाजार खुलने के एक घंटे के अंदर 1.36 फीसदी की गिरावट देखी गई और यह 3,300 से नीचे आ गया। सबसे ज्यादा गिरावट बैंकिंग शेयरों में रही।
मीडिया रपटों से यह संकेत मिला है कि संयुक्त अरब अमीरात के सभी एयरलाइंस, जिनमें अबुधाबी की किफायती एयरलाइंस फ्लाई दुबई और एतिहाद आज से कतर के लिए अपनी सेवाएं बंद कर देंगी। बहरीन का शेयर बाजार क्षेत्रीय मंदी को धता बताते हुए 0.58 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ बंद हुआ।
गौरतलब है कि कल कतर के साथ सऊदी अरब, बहरीन, मिस्र और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने राजनयिक संबंध तोड़ दिए हैं।
इन देशों ने कतर पर आतंकवाद को सहयोग देने और उनके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाते हुए संबंध तोड़े हैं, जबकि कतर ने इस घटाक्रम के लिये इन देशो पर अपनी सप्रंभुता पर हमला का आरोप लगाया। एक समाचार एजेंसी के मुताबिक, सऊदी अरब ने कतर के साथ जमीन, वायु और समुद्री संपर्क भी समाप्त कर दिए हैं।
इसी बीच भारत के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अधीनस्थ पेट्रोलियम नियोजन एवं विश्लेषण प्रकोष्ठ (पीपीएसी) द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार भारतीय बास्केट के कच्चे तेल की अंतर्राष्ट्रीय कीमत शुक्रवार को 48.53 डॉलर प्रति बैरल दर्ज की गई। यह गुरुवार को दर्ज कीमत 50.17 डॉलर प्रति बैरल से कम है।
रुपये के संदर्भ में भारतीय बास्केट के कच्चे तेल की कीमत शुक्रवार को घटकर 3126.48 रुपये प्रति बैरल हो गई, जबकि गुरुवार को यह 3234.72 रुपये प्रति बैरल थी। रुपया शुक्रवार को मजबूत होकर 64.42 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ, जबकि गुरुवार को यह 64.47 रुपये प्रति डॉलर था