नई दिल्ली,20 मार्च ( शोभनाजैन/वीएनआई) अपना पारंपरिक नव वर्ष नवरूज पर्व् मना रहा एक बहाई परिवार, त्यौहार वाली चहल पहल.पारंपरिक परिधान पहने स्त्री पुरूष और बच्चे इस मौके के लिये बनाये गये खास व्यंजन एक साथ बैठ कर खाते हुए... बीच बीच मे बहाई समुदाय की विषिष्ट हस्ती डा. ए. के मर्चेंट बताते जा रहे है " आज बहाई समुदाय का नववर्ष नव रोज है, यह उत्सव उसी का है,दरअसल दुनिया भर का बहाई समुदाय प्रकृति के वसंत के अनुसार अपने नव वर्ष का निर्धारण करते हैं, जब सूर्य मीन राशि से निकल कर मेष राशि में प्रवेश करता है और विषुवत रेखा पर दिन और रात बराबर होते हैं। सामान्यतः यह 20, 21 अथवा 22 मार्च को होता है। यही नवरू़ज कहा जाता है, और यह दिन है वसंत काल का पहला दिन यानि हमारा नव वर्ष या यूं कहे 'आध्यात्मिक वसंतकाल '।
डा. मर्चेंट के अनुसार 'नवरू़ज के ठीक पहले बहाई 19 दिनों का उपवास रखते हैं, जिसका निर्देश बहाई धर्म के संस्थापक बहाउल्लाह द्वारा पवित्र ग्रंथ’किताब-ए-अक़दस‘ में दिया गया है। उपवास सूर्योदय से सूर्यास्त तक रखा जाता है। 19 दिनों का एक बहाई महीना होता है और 19 महीनों का एक वर्ष। नव वर्ष के ठीक पहले 19 दिनों के उपवास का यह काल बहाई कैलेण्डर का अंतिम माह होता है, जो इस बात का संकेत देता है कि आत्म शुद्धिकरण के बाद बहाइयों ने आने वाले साल के लिये आपने-आप को तैयार कर लिया है । अपने मन-मानस को 19 दिनों के उपवास के दौरान प्रार्थनाओं के बल पर शुद्ध कर लिया है, ठीक उसी तरह जैसे प्रकृति में आने वाले मौसम द्वारा सभी पेड़ों के पत्ते झड़ जाते हैं और नई कोपलें, आने लगती हैं। 19 दिनों तक लगातार आत्म शुद्धिकरण और उपवास के बाद उनक आध्यात्मिक वसंत आता है ' डॉ मर्चेंट के अनुसार बहाई सप्रदाय की स्थापना को इस वर्ष 173वाँ वर्ष हो गये। आज का दिन दुनिया भर मे बहाई समुदाय के लिये उत्सव दिवस है.डॉ मर्चेंट राजधानी स्थित बहाई उपासना मंदिर (कमल मंदिर) और भारत के बहाई समुदाय के राष्ट्रीय न्यासी है
पारसी धर्म में भी नवरूज़ का प्रचलन है और मध्य-पूर्व के ईरान, अफ़गानिस्तार, ताजिकिस्तान और उज़बेकिस्तान जैसे देशों में मनाया जाता है।
संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव ने सन् 2010 में नवरूज़ को अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मान्यता दी युनेस्को की लिस्ट में भी नवरूज़ को आधिकारिक तौर पर मान्यता प्रदान की गई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आज नवरोज पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं तथा सौहार्द की कामना की। श्री मोदी ने ट्वीट कर कहा नवरोज मुबारक यह पवित्र दिन समाज में शांति और समृद्धि लाए तथा सौहार्द के भाव को और मजबूत करे। वी एन आई