नई दिल्ली, 15 सितंबर (वीएनआई)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आज मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) अरविंद सुब्रमण्यम ने मुलाकात की और पेट्रोलियम उत्पादों के मूल्यों सहित अर्थव्यवस्था के मौजूदा हालात की जानकारी दी।
पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें गतिशील मूल्य निर्धारण प्रणाली के तहत वर्तमान में उच्च स्तर पर हैं। सूत्रों के अनुसार, सीईए ने देश की मौजूदा मुद्रास्फीति की स्थिति पर भी चर्चा की। तीन साल पहले प्रधानमंत्री मोदी के सत्ता संभालने के बाद देश में पेट्रोल की कीमतें अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं। ईंधन की कीमतों में रोजाना संशोधन के तहत मुंबई में पेट्रोल की कीमतें सोमवार को 79.41 रुपये लीटर रहा, जो अंतिम बार के अगस्त 2014 की कीमतों को पार कर गया।
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने बुधवार को कहा कि सरकार ईंधन की कीमतें बिना सोचे-समझे कम नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि बुधवार के दिन ही राज्य की तेल विपणन कंपनियों के शेयरों में 8 फीसदी की तक की गिरावट देखी गई। आधिकारिक तौर पर गुरुवार को आए आंकड़ों के मुताबिक, खाद्य और ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी से देश का थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) मुद्रास्फीति अगस्त में 3.24 फीसदी हो गई, जो जुलाई की करीब दोगुनी है। खाद्य पदार्थो की कीमतें बढ़ने से देश की वार्षिक खुदरा मद्रास्फीति अगस्त में ज्यादा रही। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त का उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) मुद्रास्फीति में एक फीसदी की बढ़ोतरी से 3.36 फीसदी हो गया, यह जुलाई में 2.36 फीसदी था।
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