नई दिल्ली, 07 अप्रैल, (वीएनआई) वैश्विक महामारी से प्रभावित भारत के अधिकतर हिस्सों में कोरोना वायरस अभी स्टेज-2 पर है। लेकिन कई जगह ऐसी भी हैं, जो वायरस का हॉटस्पॉट बन गई हैं।
अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान के निदेशक राजदीप गुलेरिया ने कहा जब हम दुनिया में वायरस के प्रकोप की भारत से तुलना करें तो यहां स्थिति काफी बेहतर है। हालांकि, कुछ स्थान हॉटस्पॉट में बदल गए हैं, जो चिंता की बात है। लेकिन अगर हम सामुदायिक फैलाव को रोक पाए तो फिर हम देश में स्टेज-2 में ही बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि भारत में जो स्थिति है, वह स्टेज-2 और स्टेज-3 के बीच की है। उन्होंने कहा, 'यह केवल लॉकडाउन का ठीक से पालन करने तक रह सकती है। लोगों को घरों में रहना चाहिए, तभी कोरोना वायरस के फैलने की चेन टूट सकती है।'
गौरतलब है कोरोना वायरस के मामले में स्टेज-2 का मतलब है, जब इन्फेक्शन केवल विदेश से लौटे लोगों या फिर ऐसे लोगों के संपर्क में आए लोगों तक सीमित रहता है। वहीं स्टेज-3 का मतलब होता है, संक्रमित शख्स के सीधे संपर्क में आए बिना किसी शख्स का वायरस से संक्रमित हो जाना। स्टेज-3 में वायरस के स्त्रोत का पता लगाना मुश्किल होता है और फैलाव तेजी से होता है।
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