वाशिंगटन,10 मई (वीएनआई) यह सही था या गलत लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्टो के अनुसार एक मरते हुए आदमी से उसके परिवार ने सिर्फ इसलिए ये झूठ बोला कि डोनाल्ड ट्रम्प पर महाभियोग चलाया जा रहा है ताकि वे अपनी आखिरी सांसे चैन से ले सकें।
ट्रम्प के समर्थकों की कोई कमी नहीं है तो ऐसे भी लोग हैं जो यूएस के राष्ट्रपति के रूप में उनहे पसंद नहे करते हैं। नापसंदगी की इंतहा भी ऐसी कि वे उन्हें राष्ट्रपति के पद से हटते देखना उनकी अंतिम इच्छा बन गया है। यही कारण है कि एक परिवार को 91 साल के कॉर्लिस गिलक्रिस्ट को यह झूठ बोलना पड़ा की ट्रम्प के ऊपर महाभियोग की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। बीते दिनों अपने 92 वें जन्मदिन से थोड़े ही पहले कॉर्लिस ने यह सुनकर अपनी अंतिम सांसे ले ली थीं।
उनके परिवार के डेस मोइनेस रजिस्टर में छपे शोक सन्देश के अनुसार " हमनें उनसे कहा कि ट्रम्प पर महाभियोग चलाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है - ऐसा इसलिए किया ताकि वे शांति से मर सकें।",
यह शोक सन्देश बताता है कि वे 40 साल से अधिक की सर्विस के बाद में रिटायर हुए थे। अपने खाली समय में वे फिशिंग, गार्डनिंग, फूलों के पौधे लगाना, पहेलियों को हल करना और आयोवा हॉकिज को देखना पसंद करते थे। उन्हें जानवरों, विशेषकर बिल्लियों से बेहद लगाव था।
्बताया जा रहा है कि गिलक्रिस्ट ऐसे अकेले पहले व्यक्ति नहीं हैं, जिनके परिवार ने मरने से पहले उनसे ऐसा झूठ बोला।
ऑरगोन में, मिचेल इलियट के परिवार ने 75 साल के एक मरते हुए इंसान से एक ऐसा ही झूठ बोला था। वहां भी ट्रम्प पर महाभियोग चलने की बात कही गयी ताकि अपने आखिरी समय में वे सुकून से मर सकें।
यहां तक कि चुनावों से पहले, वर्जीनिया की रहने वाली महिला ने डोनाल्ड ट्रम्प या हिलेरी क्लिंटन को वोट देने की बजाय इस सांसारिक जीवन को ही त्याग देना बेहतर समझा।
उनके शोक सन्देश में लिखा था " डोनाल्ड ट्रम्प या हिलेरी क्लिंटन के लिए मतदान का सामना करने की बजाय रिचमंड की मैरी ऐनी नोलैंड ने भगवान की अनंत प्रेम की दुनिया में जाने को चुन लिया"