नई दिल्ली, 21 अक्टूबर, (वीएनआई) क्रांतिकारी युवा संगठन के कार्यकर्ताओं और नांगलोई के निवासियों ने मिलकर 2.5 साल की बच्ची के सामूहिक बलात्कार के मामले में बीते मंगलवार को निहाल विहार पुलिस थाने का घेराव कर भारी संख्या में विरोध प्रदर्शन किया और निहाल विहार पुलिस थाने के एसएचओ से पुलिस लापरवाही का जवाब माँगा|
केवाईएस के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगते हुए बताया कि नांगलोई स्थित निहाल विहार में ढाई साल की बच्ची का घर के पास से, जहाँ रामलीलाहो रही थी वहां से अपहरण किया गया और फिर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया| रामलीला के स्थल के पास तीन-चार पुलिस होने के बावजूद जब बच्ची के दादी ने उनसे मदद मांगी तो कोई मदद नहीं दी गयी| थाना को जानकारी मिलने के बावजूद बच्ची के परिवार ने ही बच्ची को खोजा| केवाईएस कार्यकर्ताओं और नांगलोई के निवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस पुलिस लापरवाही के खिलाफ एसएचओ के नाम ज्ञापन सौंपा और इस पूरे मामले में विभागीय जांच की मांग की| शिकायतों को दर्ज करने में देरी, स्थानीय चेकपॉइंट को जानकारी रिले करने में देरी, लापता बच्ची अथवा महिला के मामले में एक से ज्यादा सर्च टीम भेजने में देरी के कारण आम नागरिक को बहुत परेशानी का सामना करता पड़ता है|
संघर्षशील महिला केंद्र (सीएसडब्लू) के कार्यकर्ताओं ने भी इस प्रदर्शन में भाग लिया| सीएसडब्लू की संयोजक माया जॉन ने मौके पर अपनी बात रखते हुए मांग किया कि दिल्ली पुलिस सिटीजन चार्टर जारी करे और सार्वजनिक जगहों पर लगाये जिसमे ये साफ तौर पर लिखा हो कि महिलाओं-बच्चियों के लापता होने जैसे मामलों में दिल्ली पुलिस क्या क्या कदम उठाएगी| इससे दिल्ली पुलिस नागरिकों की समस्याओं को लेकर और जवाबदेह बनेगी| प्रदर्शन के दौरान नांगलोई के क्रोधित निवासी ने ये भी बात रखी कि केजरीवाल सरकार ने बच्ची के साथ बलात्कार जैसे संवेदनशील मामलों में भी आरोप प्रत्यारोप की पॉलिटिक्स को नहीं छोड़ा| उनको जनता ने चुन के भेजा है और ऐसे में उनका दायित्व बनता है कि वो महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए|
ज्ञापन में निम्नलिखित मांगें रखी गयी हैं:
1. चार्जशीट को जल्द से जल्द फाइल किया जाए|
2. रामलीला जैसे भीड़-भार जैसे जगहों में उचित सुरक्षा व्यवस्था हो और सीसीटीवी कैमरा से निरिक्षण किया जाए|
3. सिटीजन चार्टर सार्वजनकि जगहों पर लगाया जाए जिसमे साफ साफ लिखा हो कि ऐसे मामलों के रिपोर्ट होने पर पुलिस क्या क्या कदम उठाएगी|
4. पुलिस थाने के अन्दर सीसीटीवी कैमरा लगाया जाए विशेषकर ऐसी जगहों पर जहाँ पब्लिक हैंडलिंग होती है|
5. बच्ची के परिवार को वैधानिक मदद और उचित मुआवजा दिया जाए|
6. बच्ची और उसके परिवार के लिए काउंसेलर की व्यवस्था हो|
7. पूरे मामले की विभागीय जांच हो|